दुर्ग। आज सुबह वार्ड नंबर 14 सिकोला भाठा प्राइमरी स्कूल ढह गया। घटना में किसी को चोट नहीं पहुंची है। स्कूल की जर्जर हालत को देखकर पिछले महीने विधायक अरुण वोरा ने स्कूल के नए भवन का निर्माण करने की जरूरत बताई थी। हादसे में बच्चों सहित स्कूल स्टाफ व अन्य लोगों को चोट लगने सहित गंभीर दुर्घटना होने की संभावना जताई गई, लेकिन इसके बाद भी शिक्षा विभाग या जिला प्रशासन ने कोई एक्शन नहीं लिया। नतीजा ये हुआ कि आज स्कूल की पुरानी छप्पर ढह गई। एक माह पहले विधायक अरुण वोरा ने स्कूल का दौरा करते हुए स्कूल के जर्जर होने पर चिंता जताई थी। वोरा ने कलेक्टर से स्कूल भवन के नव निर्माण के लिए राशि जारी करने की मांग भी की।
वोरा ने स्कूल को स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम स्कूल के रूप में अपग्रेड करने की मांग भी की। वोरा ने 17 मई को स्कूल भवन का निरीक्षण करते हुए तत्काल निर्माण करने की जरूरत बताई थी। कोई एक्शन न लेने के कारण स्कूल भवन ढह गया। यह स्कूल 1918 में प्रारंभ हुआ था जिसमें वर्तमान में करीब 2 सौ बच्चे पढ़ते हैं। उखड़ते प्लास्टर की कई बार मरम्मत कराई गई है, लेकिन हालत जस की तस रही। जर्जर भवन से प्लास्टर गिरने के खतरे और दहशत के बीच पटरीपार के स्टूडेंट यहां पढ़ते रहे।

विधायक अरुण वोरा ने तत्कालीन कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे से भी इस संबंध में चर्चा की। जानकारी के अनुसार स्कूल भवन के लिए 42 लाख रुपए का प्रस्ताव तैयार किया गया है, लेकिन काम शुरू न होने के कारण मामला लटका रहा। वार्ड पार्षद शंकर ठाकुर ने स्कूल भवन ढहने की जानकारी देते हुए कहा कि कई बार स्कूल भवन में हादसा होने की आशंका जताते हुए भवन का निर्माण कराने की मांग की गई लेकिन मंजूरी न मिलने के कारण आज भवन का हिस्सा ढह गया।
