गर्मी में जितना असर स्किन पर पड़ता है उससे कईं ज्यादा असर बालों पर पड़ता है. गर्मी में हम बॉडी पर आने वाला पसीना तो साफ कर देते हैं लेकिन सिर में आने वाला पसीना हमारे बालों को नुकसान पहुंचा देता है. और अगर हम गलत शैम्पू चुनते हैं तो यह बालों की कईं प्रौब्लम्स का कारण बन जाते हैं. बालों की प्रौब्लम्स के चलते सही शैंपू चुनना जरूरी है. इसके लिए आज हम आपको कुछ खास टिप्स बताएंगे, जिससे आप समर में भी अपने बालों की केयर सही ढ़ंग से कर पाएंगे.
बालों के हिसाब से चुनें शैम्पू
अगर आप के हेयर ग्रीसी यानी चिपचिपे हैं तो मार्केट में कई प्रकार के ग्रीसी हेयर शैंपू मिलते हैं, जो ग्रीसी हेयर को ठीक कर सकते हैं. बार-बार आम शैंपू लगाने से बालों और स्कैल्प का ऑयल कम हो जाता है, जिससे बालों में डैंड्रफ हो जाता है और उन का झडऩा भी बढ़ जाता है. इस मौसम में बाहर जाने से पहले सीरम जरूर प्रयोग करें.

हेयर कलर या डैंड्रफ के लिए अलग शैम्पू का करें इस्तेमाल के लिए
शैंपू हेयर टैक्स्चर के आधार पर प्रयोग करें. कई बार पूरा परिवार एक ही शैंपू का प्रयोग करता है, जो ठीक नहीं. अगर आप ने हेयर कलर किए हैं तो उस शैंपू का प्रयोग करें, जो कलर न उतारे और यदि बालों में डैंड्रफ है, तो डैंड्रफ हटाने वाले शैंपू का प्रयोग करें. इसी तरह अगर बाल डैमेज हो रहे हों तो हेयर रिपेयर करने वाले शैंपू का प्रयोग करें.

बालों का टैक्स्चर जरूर जान लें
शैंपू खरीदने से पहले बालों का टैक्स्चर जरूर जान लें. कई बार महिलाएं कर्ली बालों को फ्रीजी बाल समझती हैं.
हेयर औयलिंग वाले शैम्पू भी कर सकते हैं इस्तेमाल
मॉनसून में हेयर ऑयलिंग बहुत आवश्यक है. इस से बेजान बालों में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है. उन की ग्रोथ बढ़ती है, क्योंकि मसाज से ऑयल बालों की जड़ों तक पहुंचता है. महीने में 2 बार 2 घंटों तक बालों में ऑयल लगा कर रखना पर्याप्त होता है. आजकल बाजार में औयल के गुण वाले शैंपू भी उपलब्ध हैं.
15 दिन के गैप में करें हेयर कलर
आजकल अधिकतर महिलाएं हेयर कलरिंग करती हैं. अत: बारिश के मौसम में कलर प्रोटैक्ट रेंज का प्रयोग ठीक रहता है. इसमें शैंपू, कंडीशनर इत्यादि शामिल हैं. एक बार कलर करने के बाद बालों को दोबारा 15 दिनों के बाद ही कलर करें. कलर के बाद शैंपू, कंडीशनर लगाने से बाल ठीक रहते हैं. अगर डैमेज हो रहे हों और पोरस भी हैं, तो रैस्टोर वाला शैंपू या फिर हेयर मास्क लगाना सही रहता है.