रायपुर। राजधानी में सड़क दुर्घटनाओं में हर माह 50 से ज्यादा मौतें हो रही हैं। रायपुर रेंज के आइजी ने इस पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने बढ़ रहीं सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए जिलों में यातायात प्रबंधन एवं सड़क सुरक्षा पर ध्यान देने की बात कही है।
उन्होंने रायपुर, धमतरी, महासमुंद, बलौदाबाजार और धमतरी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों, पुलिस अधीक्षकों की वर्चुअल बैठक ली। इस संबंध में सभी पुलिस अधीक्षकों को अपने जिले के राजपत्रित अधिकारियों, थाना प्रभारियों एवं अन्य अधिकारियों को सड़क सुरक्षा पर संवेदनशील व सचेत करने एवं नियमित रूप से सड़क सुरक्षा के प्रति सजग रहकर सुरक्षा बढ़ाने की दिशा में कार्रवाई के निर्देश दिए।

बैठक में यातायात प्रबंधन एवं सड़क सुरक्षा के अंतर्गत रायपुर शहर में ट्रैफिक जाम, हाईवे पर घुमंतू पशुओं के कारण दुर्घटना, वीआइपी प्रवास व आंदोलनों के समय यातायात व्यवस्था एवं यातायात व सड़क सुरक्षा संबंधी जागरूकता पर चर्चा की गई। आइजी द्वारा रायपुर शहर में बाटल नेक (जहां रोड अचानक संकीर्ण हो जाती है) प्वाइंट्स जैसे फूल चौक आदि पर जहां पीक ट्रैफिक टाइम में ट्रैफिक दबाव बढ़ जाता है, वहां यातायात पुलिस का बल बढ़ाने, सिग्नल के पास ही सवारी उतारने-चढ़ाने के लिए रुकने वाले आटो आदि वाहनों को समझाने एवं सहयोग नहीं करने पर कार्रवाई के निर्देश दिए।

रायपुर राजधानी होने से विभिन्ना संस्थानों, राजनीतिक पार्टियों एवं धार्मिक संस्थाओं द्वारा धरना-प्रदर्शन व रैलियां की जाती हैं, जिससे आम जनता को असुविधा का सामना करना पड़ता है। इसके नियोजन के लिए पूर्व से ही मीडिया के माध्यम से रूट डायवर्ट करने की जानकारी प्रदान करने, रायपुर शहर में समय के साथ जनसंख्या एवं बाहर से प्रतिदिन रायपुर शहर आने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, अत: वर्तमान व्यवस्था के अनुरूप शहर का यातायात प्रबंधन योजना तैयार करने, यातायात नियमों के उल्लंघन पर मैनुअल कार्रवाई से अधिक ई-चालान की कार्रवाई करने, रायपुर शहर के व्यस्ततम सड़कों जैसे गोलबाजार, मालवीय रोड, केके रोड, एमजी रोड आदि पर पैदल पेट्रोलिंग कराकर सड़क के किनारे स्थित दुकानदारों को दुकान के सामने सड़क तक सामान को निकालने के लिए मना किया जाए।