लंदन। जो रूट ने इंग्लैंड टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ दी है। ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के खिलाफ खराब प्रदर्शनों की वजह से उन्होंने टेस्ट कप्तानी छोड़ने का निर्णय लिया। 31 साल के जो रूट को एलस्टर कुक के बाद टेस्ट टीम की कप्तानी सौंपी गई थी। जो रूट के नाम सबसे ज्यादा मैच खेलने और जीतने का रिकॉर्ड है। उन्होंने इंग्लैंड के दूसरे कप्तानों की तुलना में सबसे ज्यादा 64 टेस्ट खेले हैं। जिनमें से 27 में जीत मिली है। जबकि माइकल वॉन को 26, एलस्टर कुक और एंड्रयू स्ट्रॉस को 24-24 जीत मिली है। जो रूट की कप्तानी में इंग्लैंड टीम ने बड़ी-बड़ी सफलताएं हासिल कीं। जिनमें भारत के खिलाफ 4-1 से सीरीज जीतना भी शामिल है। आपको बता कें कि इंग्लैंड ने साल 2018 में भारत को उसी की जमीं पर 4-1 सीरीज हराई थी। इसके बाद साल 2020 में साउथ अफ्रीका में 3-1 से सीरीज जीती थी। साल 2018 में जो रूट ने एक ऐसी उपलब्धि हासिल की जो इंग्लैंड के अच्छे से अच्छा कप्तान अपने टेस्ट कॅरियर में नहीं कर पाया। दरअसल, साल 2001 से इंग्लैंड का कोई भी कप्तान श्रीलंका में टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाया था लेकिन 2018 में जो रूट ने यह कारनामा कर दिखाया और उन्होंने 2021 में इसे फिर से दोहराया और श्रीलंका के खिलाफ 2-0 से जीत दर्ज की।

कप्तानी छोड़ने के फैसले पर जो रूट ने बताया कि वेस्टइंडीज दौरे से लौटने के बाद मैंने टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी छोड़ने का निर्णय लिया। यह मेरे कॅरियर का सबसे चुनौतीपूर्ण निर्णय रहा है। लेकिन मैंने अपने परिवार और मेरे सबसे करीबी लोगों के साथ चर्चा के बाद यह निर्णय लिया और मुझे पता है कि यह सही समय है।
उन्होंने कहा कि मुझे अपने देश की कप्तानी करने पर बहुत गर्व है और मैं पिछले 5 सालों को बड़े गर्व के साथ देखूंगा। इस दौरान उन्होंने सभी खिलाड़ी, कोच और सहयोगी स्टाफ का शुक्रियाअदा किया। उन्होंने कहा कि इस यात्रा में उनके साथ होना मेरे लिए बड़े सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि मैं इंग्लैंड के सभी समर्थकों को उनके अटूट समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। हम भाग्यशाली हैं कि दुनिया में सबसे अच्छे प्रशंसक हैं, और हम जहां भी खेलते हैं, सकारात्मकता एक ऐसी चीज है जिसे हम हमेशा संजोते हैं।