वाशिंगटन (एजेंसी)। रूस ने यूक्रेन में तबाही मचा रखी है। अपनी आधुनिक मिसाइलों, तोपों और हथियारों से उसने यूक्रेन को बहुत नुकसान पहुंचाया है। हालांकि, यूक्रेन भी पश्चिमी हथियारों के दम पर रूस से टक्कर ले रहा है। अमेरिका और ब्रिटेन लगातार यूक्रेन को हथियार मुहैया करा रहे हैं, लेकिन इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का प्लान बी सामने आया है। वे रूस से सीधी लड़ाई लडऩ के बजाए, यूक्रेन की दूसरी तरह से मदद करने की तैयारी कर रहे हैं।
रिपोट्र्स के मुताबिक, रूस से भिडऩे के लिए वह पोलैंड को तैयार कर रहे हैं। हालांकि, पोलैंड ने भी अमेरिका के सामने एक शर्त रख दी है। इसमें यूक्रेन की मदद के बदले अमेरिका से आधुनिक फाइटर जेट की मांग की गई है। हालांकि, यह समझौता अभी प्राथमिक स्तर पर है।
क्या है पोलैंड-अमेरिका की डील?
चार अमेरिकी अधिकारियों ने अमेरिकी मीडिया को बताया कि, अगर पोलैंड अपने इस्तेमाल किए हुए मिग-29 और सुखोई-25 जैसे फाइटर प्लेन को यूक्रेन को मुहैया कराता है तो अमेरिका इसके बदले उसे एफ-16 लड़ाकू विमान दे सकता है। यह डील तब सामने आई है, जब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने अमेरिका से मदद की गुहार लगाई है।

नाटो-पुतिन के बीच बढ़ सकता है तनाव
बाइडन प्रशासन और पोलैंड के बीच हो रही इस डील के सामने आने के बाद नाटो और पुतिन के बीच तनाव बढऩे की संभावना है। दरअसल, पोलैंड ने पिछले सप्ताह कहा था कि, अगर वह अपने विमान यूक्रेन में भेजता है तो उसकी कमी को पूरा करने के लिए अमेरिका अपने विमान मुहैया कराएगा। पोलैंड के इस फैसले का विरोध न करते हुए व्हाइट हाउस का कहना है कि व नाटो सहयोगी देशों से बातचीत में है कि, वे पोलैंड की क्षमता को किस तरह बढ़ा सकते हैं। ऐसे में नाटो और पुतिन के बीच सीधा टकराव हो सकता है।




