नई दिल्ली (एजेंसी)। यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को लाने के लिए दो सी-17 ग्लोबमास्टर रोमानिया व हंगरी रवाना हो गए हैं। पहले विमान ने सुबह चार बजे रोमानिया के लिए उड़ान भरी थी, वहीं दूसरा विमान हंगरी के लिए रवाना हो गया। वायु सेना के मुताबिक, आज तीन विमान छात्रों को एयरलिफ्ट कराने के लिए रवाना होंगे।
छात्रों के लिए जारी हुए हेल्पलाइन नंबर
भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। इन छात्रों को रोमानिया, पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया के रास्ते भारत लाया जा रहा है। ऐसे में सभी देशों के लिए भारत सरकार की ओर हेल्पडेस्क बनाई गई है।

मोर्चे पर भारत के चार मंत्री
ऑपरेशन गंगा अभियान के तहत सभी भारतीय छात्रों को एयरलिफ्ट कराने के लिए चार मंत्रियों को मार्चे पर भेजा गया है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को रोमानिया और माल्डोवा भेजा गया है। किरण रिजिजू को स्लोवाकिया, हरदीप पुरी को हंगरी और जनरल वीके सिंह को पोलैंड भेजा गया है। ये सभी मंत्री भारतीय छात्रों को निकालने के लिए सरकारों के साथ समन्वय स्थापित करेंगे।

#WATCH "It's time to go back to our motherland, our home…," says the pilot of a special flight carrying Indians stranded in Ukraine from Budapest to Delhi pic.twitter.com/likhrimPSI
— ANI (@ANI) March 2, 2022
घर लौटने का समय आ गया है
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर जब विमान ने उड़ान भरी तो भारतीय पायलट के शब्दों ने हर छात्र को भावुक कर दिया। हंगरी के बुडापेस्ट से उड़ान भरते समय पायलट ने कहा कि, अपने घर अपनी मातृभूमि के पास लौटने का समय आया गया है।
आठ मार्च तक 46 उड़ानें
ऑपरेशन गंगा के तहत आठ मार्च तक भारत से 46 उड़ानें यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने के लिए रवाना होंगी। 29 उड़ानें बुखारेस्ट, 10 बुडापेस्ट, छह पोलैंड व एक उड़ान स्लोवाकिया के कोसिसे के लिए उड़ान भरेगी।
कीव में अब कोई भारतीय नहीं
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि, कीव से सभी भारतीयों को निकाल लिया गया है। दरअसल, मंगलवार को भारतीय दूतावास की ओर से चेतावनी जारी की गई थी, इसमें बताया गया था कि भारतीय नागरिक किसी भी हाल में कीव छोड़ दें।
यूक्रेन में अभी भी 40 प्रतिशत भारतीय फंसे
जंग शुरू होने से पहले यूक्रेन में 20 हजार से ज्यादा भारतीय छात्र व अन्य नागरिक रह रहे थे। इसके बाद से लगातार छात्रों को निकाला जा रहा है। आने वाले तीन दिनों में 26 उड़ानें भारतीयों को एयरलिफ्ट कराएंगी। विदेश सचिव ने बताया कि अभी भी 40 प्रतिशत भारतीय यूक्रेन में फंसे हुए हैं।
रूस के रास्ते इमरजेंसी रेस्क्यू की तैयारी
खारकीव व यूक्रेन के पूर्वी क्षेत्रों में फंसे भारतीय छात्रों को रूस के रास्ते इमरजेंसी रेस्क्यू कराने की तैयारी चल रही है। भारत में रूसी राजदूत ने बताया कि भारतीय अधिकारियों की ओर से इमरजेंसी रेस्क्यू के लिए कहा गया है।
स्लोवाकिया पहुंचे केंद्रीय मंत्री रिजिजू
केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकाले जा रहे अभियान ऑपरेशन गंगा में समन्वय के लिए स्लोवाकिया के कोसिसे पहुंच गए हैं।
रिजिजू यहां स्पाइसजेट के विमान से पहुंचे हैं।
#WATCH | Civil Aviation Minister Jyotiraditya Scindia interacts with Indian students at Henri Coandă International Airport in Bucharest (Romania). The students are being evacuated and being brought back to India. #OperationGanga pic.twitter.com/KStF51un0I
— ANI (@ANI) March 2, 2022
बुखारेस्ट में भारतीय छात्रों से मिले सिंधिया
भारत के नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया युद्ध ग्रस्त देश यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के अभियान में समन्वय के लिए रोमानिया में हैं। रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट में उन्होंने हेनरी कोआंडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर भारतीय छात्रों से बातचीत की।