हेल्थ डेस्क/नई दिल्ली (एजेंसी)। दुनियाभर में तेजी से बढ़ती मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने बजट 2022-23 में इस दिशा में बड़े कदम की घोषणा की है। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट के दौरान बताया कि मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते देश में नेशनल टेलीमेंटल सेंटर शुरू किए जाएंगे। आईआईटी बैंगलोर इसके लिए तकनीकि सुविधाएं उपलब्ध कराएगा। इसमें स्वास्थ्य प्रदाताओं और स्वास्थ्य सुविधाओं की डिजिटल रजिस्ट्रियां, विशिष्ट स्वास्थ्य पहचान और लोगों तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच को सुनिश्चित किया जाएगा।
क्या कहते हैं मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ
मानसिक स्वास्थ्य की दिशा में सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम की घोषणा करते हुए वरिष्ठ मनोरोग विशेषज्ञ डॉ सत्यकांत त्रिवेदी कहते हैं, जिस तरह से पिछले कुछ वर्षों में मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं में तेजी से इजाफा देखा गया है, ऐसे में टेलीमेंटल सेंटर शुरू किए जाने की घोषणा निश्चित ही सराहनीय कदम है। इससे दूरदराज के क्षेत्रों में रह रहे लोग, जहां मनोचिकित्सकों का आसानी से पहुंच नहीं है, उनको बहुत लाभ मिलने वाला है।जनसंख्या के हिसाब से बात करें तो देश अभी भी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों की कमी से जूझ रहा है, जिसके कारण लोगों को काफी असुविधाएं होती है, इस दिशा में भी यह कदम काफी महत्वपूर्ण होने वाला है।

टेलीमेंटल सेंटर शुरू होने से लोगों की समस्या को समझना और उनकी काउंसिलिंग करना आसाना होगा। लोगों की समस्याओं का समय रहते निदान हो सकेगा, जिससे मानसिक स्वास्थ्य को लेकर आने वाले वर्षों में बड़ा संकट नजर आ रहा है, उसे कम करने में मदद मिल सकेगी। मानसिक स्वास्थ्य के लिए अभी भी काफी स्पेस है, जिसपर सरकार को ध्यान देना चाहिए। योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर भी अगर सरकार तेजी से काम करे तो इसका ज्यादा लाभ मिल सकेगा।
