दुर्ग। विज्ञान विकास केंद्र में स्थापित कंट्रोल रूम में होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के स्वास्थ्य की 24 घण्टे मॉनिटरिंग जा रही है। कोरोना से पीडि़त होम आइसोलेशन में रह रहें मरीजों की निगरानी सलाह एवं आपात स्थिति में सेवा देने के लिए सिविल लाईन स्थित विज्ञान विकास केंद्र में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। कंट्रोल रूम में नियुक्त अमला इन मरीजों की 24 घंटे निगरानी कर रहा है। कंट्रोल रूम में हो रहे कार्यों की व्यवस्था और संचालन की जानकारी लेने कलेक्टर ने यहां का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने कंट्रोल रूम प्रभारी अधिकारी एवं उपस्थित अमले से यहां हो रहे कार्यो की जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि जो भी मरीज होम आइसोलेशन में रह रहें है उनके स्वास्थ्य की नियमित जानकारी लेवें। उन्हें किसी प्रकार की तकलीफ होने पर नजदीकी अस्पताल पहुंचाने के लिए समन्वय करें। उन्हें मेडिसिन लेने की एवं अन्य एहतियातन सलाह देते रहें। उनका हौसला भी बढ़ाये जिससे उन्हें शीघ्र स्वस्थ्य होने में मदद मिल सके। कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान प्रभावित मरीजों के लिए बनाए गए मेडिसिन किट का भी निरीक्षण किया।
ड्यूटी में अनुपस्थित हुए तो होगी त्वरित कार्रवाई
कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान कंट्रोल रूम प्रभारी अधिकारी ने बताया कि कुछ कर्मचारी डयूटी में लापरवाही दिखा रहे हैं। इस पर कलेक्टर ने कहा कि जिसकी डयूटी लगाई गई है। उन्हें संवेदना के साथ कार्य करना होगा। अनुचित कारण के डयूटी से नदारद होने पर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। यहाँ अधिक डेटा एंट्री आपरेटर की आवश्यकता पर उन्होंने कहा कि ऑपरेटर शीघ्रताशीघ्र उपलब्ध करा दिए जाएंगे।
अभी 13 हजार से अधिक मरीज होम आइसोलेशन में
अभी 13 हजार से अधिक मरीज होम आइसोलेशन में हैं। इन सभी को मेडिकल किट दी गई है। चिकित्सक इनके संपर्क में है। मरीजों को सलाह दी जाती है कि ऑक्सिजन लेवल पर नजर रखें। इसकी गिरावट की सूचना अथवा अन्य तरह के लक्षण उभरने पर इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दें ताकि रेफर किये जाने की कार्रवाई की जा सके।
होम आइसोलेशन के लिए बनाये गए कंट्रोल रूम का कलेक्टर ने किया निरीक्षण, कहा- हर मरीज की हो प्रभावी निगरानी…. समय पर मेडिसिन पहुंचे, फीडबैक पर तुरंत हो कार्रवाई




