भिलाई। कृषि कानूनों पर दिल्ली बार्डर पर जारी किसान आंदोलन के बीच केन्द्र सरकार देशभर में किसानों को कानून के फायदे बताने में जुटी है। इसके लिए भाजपा द्वारा देशभर में प्रेस कांफे्रंस की शुरुआत कर दी गई। इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी जिला भिलाई द्वारा प्रेसवार्ता ली गई। इस प्रेसवार्ता में विशेष रूप से राजनांदगांव के सांसद संतोष पाण्डेय उपस्थित रहे। कृषि कानूनों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां किसान कानूनों पर भ्रम फैलाने का प्रयास कर रही हैं जबकि केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों विधेयक किसानों की प्रगति के लिए हैं।
सांसद संतोष पाण्डेय ने कहा कि केन्द्र में नरेन्द्र मोदी की सरकार बनने के बाद सभी रुके हुए काम हो रहे हैं। चाहे वह श्री रामजन्म भूमि का मामला हो या सीएए आज सभी मसले सुलझ गए हैं। केन्द्र सरकार ने किसानों को मजबूत बनाने के लिए कानून बनाए और इन कानूनों में ऐसा प्रावधान किया गया है किसान को उसकी मेहनत का पूरा फल मिलेगा। विपक्ष पर तंज कसते हुए सांसद संतोष पाण्डेय ने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं रहा इस वजह से चंद तथाकथित किसानों को भड़का कर प्रदर्शन किया जा रहा है। सांसद संतोष पाण्डेय ने यह भी कहा कि देश का किसान खेतों में काम कर रहा है। दिल्ली में तथाकथित किसान ही प्रदर्शन कर रहे हैं।
सांसद संतोष पाण्डेय ने कृषि कानूनों पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रतिबद्ध है। नए कानूनों से किसानों को देश के किसी भी राज्य में अपनी उपज को निर्बाध रूप से बेचने की आजादी मिलेगी। उत्पाद के लिए कोई उपकर नहीं देना होगा और न ही माल ढुलाई का खर्च देना होगा। किसान खरीदार से सीधे जुड़ सकेंगे। यदि कोई विवाद होता है तो उसका निपटारा 30 दिनों के भीतर करने का प्रावधान है। नए कानूनों से किसानों को तीन दिन में भुगतान की गारंटी मिलती है। सांसद संतोष पाण्डेय ने कहा कि ऐसे कई प्रावधान इन कानूनों में किया गया जो केवल किसानों के हित में हैं।
कृषि राज्य मंत्री ने कहा: कानून वापस लेने का सवाल नहीं
कृषि कानूनों के विरोध के बीच केंद्र सरकार में कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने किसानों से सरकार के साथ बातचीत की अपील की है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ्रकिसान कानून वापस नहीं होंगे। उन्होंने कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार की मंशा स्पष्ट करते हुए कहा कि अगर किसान बिल में कुछ जोडऩा चाहते हैं तो इसकी संभावन अधिक है, लेकिन यह पूर्ण हां या नहीं नहीं हो सकता है। एक साथ बैठने से समाधान होता है।
एक दिन की भूख हड़ताल पर प्रदर्शनकारी किसान
किसान आंदोलन आज अपने 19वें दिन में प्रवेश कर चुका है, ऐसे में कृषि सुधार वाले तीनों नए कानूनों को वापस लेने की जिद पर अड़े किसानों ने आज देशभर के जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करने का एलान किया है। साथ ही किसान अपनी मांगें पूरी कराने के लिए किसान एक दिन के भूख हड़ताल पर हैं। इसमें उन्हें दिल्ली के सीएम केजरीवाल का साथ भी मिला है, जो आज उपवास पर रहेंगे। इसके साथ ही आज भी दिल्ली-एनसीआर के कई रास्ते बंद रहेंगे।





