नई दिल्ली (एजेंसी)। भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत मिल रहे हैं। वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह के आंकड़े जारी कर दिए हैं। जीएसटी कलेक्शन लगातार दूसरे महीने एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है। इसके अनुसार नवंबर में जीएसटी संग्रह 1,04,963 करोड़ रुपये रहा।
सेस के जरिए 8,242 करोड़ रुपये रही आय
इसमें सीजीएसटी के रूप में सरकार को 19,189 करोड़ रुपये की आमदनी हुई। वहीं एसजीएसटी के रूप में सरकार ने 25,540 करोड़ रुपये जुटाए है। आईजीएसटी के रूप में सरकार को 51,992 करोड़ रुपये (इसमें से 22,078 करोड़ रुपये वस्तुओं के आयात पर जुटाए गए हैं) की आमदनी हुई। इसके अतिरिक्त सेस के जरिए सरकार की आय 8,242 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर जुटाए गए 809 करोड़ रुपये शामिल) रही।
नवंबर में जीएसटी संग्रह पिछले साल के समान महीने से 1.4 फीसदी अधिक है। नवंबर 2019 में जीएसटी संग्रह 1,03,491 करोड़ रुपये रहा था। समीक्षाधीन महीने में वस्तुओं के आयात से राजस्व पिछले साल के समान महीने की तुलना में 4.9 फीसदी अधिक रहा। वहीं घरेलू लेनदेन से राजस्व पिछले साल के समान महीने से 0.5 फीसदी अधिक रहा है।
चालू वित्त वर्ष में कोरोना वायरस महामारी की वजह से लगाए गए लॉकडाउन से जीएसटी राजस्व प्रभावित हुआ है। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल में जीएसटी संग्रह सिर्फ 32,172 करोड़ रुपये रहा था। मई में जीएसटी संग्रह 62,151 करोड़ रुपये, जून में 90,917 करोड़ रुपये, जुलाई में 87,422 करोड़ रुपये, अगस्त में 86,449 करोड़ रुपये, सितंबर में 95,480 करोड़ रुपये और अक्तूबर में 1,05,155 करोड़ रुपये रहा था।
फरवरी के बाद पहली बार जीएसटी संग्रह का आंकड़ा अक्तूबर में एक लाख करोड़ रुपये के पार गया था और अब नवंबर में भी लगातार दूसरे माह यह आंकड़ा एक लाख करोड़ से ऊपर रहा है। हालांकि, ये क्लेक्शन अक्तूबर 2020 के मुकाबले कम है।




