भिलाई। मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत दो मोबाइल मेडिकल यूनिट और एक दाई दीदी क्लीनिक के द्वारा स्वास्थ्य शिविर लगाकर लोगों को स्वास्थ्य लाभ दिया जा रहा है। स्वास्थ्य शिविर में सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने के लिए शिविर में आने वाले मरीजों को टोकन का वितरण किया जा रहा है। टोकन वितरण करने से उन्हें अब लाइन लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। आराम से अपनी बारी का इंतजार कर सकेंगे। मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से लगाए गए स्वास्थ्य शिविर में अब तक 2886 लोगों ने स्वास्थ्य लाभ लिया है। 681 मरीजों का शिविर में लैब टेस्ट किया गया है। 2530 मरीजों को निशुल्क दवाई वितरण किया गया है। दाई दीदी क्लीनिक में 248 मरीजों ने अपना इलाज कराया है जिसमें से 97 का लैब टेस्ट और 213 को निशुल्क दवाई का वितरण किया गया है।
महापौर एवं भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव तथा निगमायुक्त ऋतुराज रघुवंशी शिविरों का लगातार निरीक्षण कर रहे हैं। आयुक्त रघुवंशी शिविर स्थलों में बेहतर व्यवस्था को लेकर अधिकारियों को निर्देशित भी कर रहे हैं। निरीक्षण के दौरान आयुक्त महोदय चिकित्सक की टीम और मरीजों दोनों से ही शिविर में किसी प्रकार की अन्य कमियों को लेकर संवाद स्थापित कर रहे हैं। निर्धारित समय पर शिविर लग रहा है या नहीं इसकी भी जानकारी ली जा रही है। मोबाइल मेडिकल यूनिट में दवाइयों की उपलब्धता एवं लैब के इक्विपमेंट्स सहित तमाम व्यवस्थाओं का जायजा निगमायुक्त स्वयं ले रहे हैं।
आयुक्त रघुवंशी ने आज जोन क्रमांक एक कोसानाला राधा कृष्ण मंदिर एवं शिवाजी नगर छावनी के मंगल बाजार के स्वास्थ्य शिविर स्थल पर पहुंचे। वहां उन्होंने चिकित्सकों और आने वाले मरीजों से चर्चा की। शिविर स्थल में आने वाले लोगो की पंजी का अवलोकन किया और व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी ने योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों को दिलाने अपंजीकृत संगठित, असंगठित, भवन व अन्य संनिर्माण कर्मकारो का शतप्रतिशत पंजीयन कराने के निर्देश दिए हैं। शिविर स्थल में कर्मकारों मजदूरों का पंजीयन कराने के लिए फार्म का वितरण किया जा रहा है ताकि इनका पंजीयन हो सके। पंजीयन संबंधित श्रम विभाग से इस कार्य हेतु समन्वय, मानिटरिंग आदि का कार्य अजय शुक्ला को दिया गया है।
मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से लग रहे स्वास्थ्य शिविर में 2886 लोगों ने कराया अपना स्वास्थ्य परीक्षण… टोकन सिस्टम से हो रहा है इलाज
