नई दिल्ली (एजेंसी)। पूर्वी लद्दाख की वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव के बीच सुरक्षाबलों ने चुमार-डेमचोक इलाके में एक चीनी सैनिक को हिरासत में लिया है। माना जा रहा है कि उसने अनजाने में भारतीय क्षेत्र में प्रवेश किया होगा। नियत प्रक्रिया का पालन करने के बाद स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार उसे चीनी सेना को वापस कर दिया जाएगा। यह जानकारी सूत्रों के द्वारा दी गई है।
इस संबंध में भारतीय सेना ने एक बयान जारी कर कहा है कि पीएलए के सैनिक की पहचान कॉर्पोरल वांग या लॉन्ग के रूप में हुई है। जो पूर्वी लद्दाख के डेमचोक सेक्टर में एलएसी के पार जाने के बाद पकड़ा गया। उसे अत्यधिक ऊंचाई पर और कठोर जलवायु परिस्थितियों से बचाने के लिए चिकित्सा सहायता, भोजन और गर्म कपड़े प्रदान किए गए हैं।
खबरों के मुताबिक, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) का सिपाही सिविल और सैन्य दस्तावेज लेकर जा रहा था, जब उसे सेना ने पकड़ लिया। गौरतलब है कि मई महीने से भारत और चीन सेना के बीच सीमा पर तनाव जारी है।
इस दौरान दोनों सेनाओं के बीच हिंसक झड़प भी हुई है। 15 जून की रात को लद्दाख की गलवां घाटी में चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए। इस घटना के बाद सीमा पर तनाव अपने चरम पर पहुंच गया।
वहीं, इस झड़प में हताहत हुए चीनी सैनिकों की संख्या को लेकर बीजिंग की तरफ से कोई जानकारी साझा नहीं की गई। हालांकि, एक अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि इस झड़प में चीनी सेना के 43 जवान हताहत हुए थे।
पिछले महीने, सीमा पर दो से ज्यादा बार हवाई फायरिंग की गई। इस दौरान दोनों देशों के सैनिक पेगोंग त्सो इलाके में एक-दूसरे के आमने-सामने आ गए। वहीं, सीमा पर जारी गतिरोध को समाप्त करने के लिए दोनों देशों के बीच कई दौर की वार्ताएं हुई हैं। हालांकि, अभी तक इसे लेकर कोई ठोस हल नहीं निकल पाया है।