एरोबिक्स वेट लॉस के लिए पॉप्युलर एक्सरसाइज़ है। जिसे, लोग हल्की-फुल्की और मज़ेदार होने की वजह से पसंद करते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि एरोबिक्स करने वालों का ना केवल वजन नियंत्रण में रहता है बल्कि, एरोबिक्स करने से उनका दिमाग भी तेज़ हो सकता है।
एक हालिया स्टडी में यह कहा गया है कि केवल एरोबिक्स करने से ही मेंटल हेल्थ से जुड़े कई प्रकार के फायदे हो सकते हैं। जर्नल ट्रांसलेशनल स्पोर्ट मेडिसिन में छपी इस रिसर्च के अनुसार, एरोबिक करने से बच्चों और नवयुवाओं की सीखने की क्षमता और मेमरी में बढ़ोतरी होती है। इससे पहले की स्टडीज़ में कहा गया है कि शारीरिक श्रम करने से मेंटल हेल्थ बेहतर बनती है और कॉग्निटिव फंक्शन में सुधार होता है। स्वीडन के जॉन्कॉपिंग यूनिवर्सिटी में आयोजित इस स्टडी के लेखक, पीटर ब्लॉमस्ट्रैंड ने कहा एक्सरसाइज़ आपको स्मार्ट बनाती है। इस रिव्यू का मकसद यह पता लगाना था कि युवाओं में एक्सरसाइज़ करने से क्या प्रभाव पड़ते हैं। इस रिसर्च में पिछली 13 स्टडीज़ के परिणामों को शामिल किया गया। स्टडी के दौरान 18-35 आयु वर्ग के लोगों द्वारा की जानेवाली एक्सरसाइज़ और फिजि़कल एक्टिविटीज़ पर ध्यान दिया गया। जिसमें, वॉक, रनिंग और साइकिल चलाने जैसी एक्टिविटीज़ प्रमुख थीं।
रिसर्च में देखा गया कि सीखने और एक्सरसाइज़ के बीच खासा संबंध है। अगर, काम या पढ़ाई से पहले एक्सरसाइज़ की जाए तो इससे, दिमाग ज़्यादा सक्रिय रहता है और आपको बेहतर फायदा हो सकता है।
एरोबिक्स एक्सरसाइज़ से तन और मन को होते हैं ये फायदे
कम समय में तेज़ी से वेट लॉस के लिए एरोबिक्स एक अच्छा तरीका है। यह एक ‘फन एक्सरसाइज़ मानी जाती है। इसीलिए, जिन लोगों को गुस्सा ज़्यादा आता है या जब मूड अच्छा ना हो , तब ऐरोबिक्स का अभ्यास करना चाहिए।
ब्रेन सेल्स डैमेज़ को रोकने में एरोबिक्स कारगर है। यह शरीर के अलग-अलग हिस्सों में ऑक्सीजन को अधिक मात्रा में सप्लाई में मदद करता है, जिससे, आपको सुस्ती, थकान या उदासी महसूस नहीं होती।
तनाव और डिप्रेशन जैसी मानसिक बीमारियों से परेशान लोगों के लिए एरोबिक्स बहुत ही अच्छी एक्सरसाइज़ है। इससे स्ट्रेस कम होता है।