पटना (एजेंसीी)। विधानसभा चुनाव के पहले चरण के नामांकन के दो दिन बीत जाने के बावजूद एनडीए में शुक्रवार को सीट शेयरिंग का पेच पूरी तरह नहीं सुलझ पाया। दूसरी तरफ विपक्षी महागठबंधन में शुक्रवार देर रात सीटों का बंटवारा तय हो गया।
राजद नेता तेजस्वी यादव की और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की बातचीत के बाद महागठबंधन में सीटों का मसला सुलझता दिखा। सूत्रों के मुताबिक, महागठबंधन में राजद के 135 सीटों पर उम्मीदवार होंगे। कांग्रेस को 70 सीटें मिलेंगी। भाकपा माले के 19 और दस सीटों पर भाकपा व माकपा के उम्मीदवार होंगे। सात सीटें वीआईपी और दो सीटें झामुमो के खाते में जाएंगी। बिहार में मनिहारी और कटोरिया अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।
दूसरी ओर, एनडीए में लोजपा की चुप्पी के कारण जदयू और भाजपा के बीच सीटों की गुत्थी उलझी रही और करीब दर्जन भर पसंदीदा सीटों को लेकर दोनों दल आमने-सामने हैं। जदयू की ओर से सांसद ललन सिंह भाजपा नेताओं के साथ गुत्थी सुलझाने में जुटे रहे। भाजपी की सीटों पर मंथन कर बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव और चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस दोपहर बाद दिल्ली लौट गए। दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर सीटों को लेकर मंथन हुआ।
चिराग पर अपनी ही पार्टी में दबाव
दरअसल, जदयू के खिलाफ हमलावर चिराग अपनी ही पार्टी में भारी दबाव में हैं। सीटों के लिए चिराग विरोध को जिस सीमा तक गए हैं, उसके बाद उन्हें अपना रूख नरम करने में परेशानी हो रही है। पार्टी नेताओं का भी उन पर भारी दबाव है, जबकि भाजपा ने लोजपा को दो टूक कह दिया है कि वह इस मामले में अब बहुत कुछ करने की स्थिति में नहीं है। सूत्रों के मुताबिक, अमित शाह और जेपी नड्डा के साथ हुई बैठक में चिराग को 23 से 27 सीटें देने का अंतिम प्रस्ताव दिया गया है।
चिराग ने बुलाई पार्टी की बैठक
नए प्रस्ताव पर अब चिराग ने शनिवार को पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई है। इस बैठक में पार्टी भाजपा के प्रस्ताव पर अंतिम फैसला करेगी। लोजपा सूत्रों के मुताबिक पार्टी का एक धड़ा राज्य की 143 सीटों पर उम्मीदवार खड़ा करने के पक्ष में है, जबकि भाजपा ने चिराग को कह दिया है कि वह लोजपा के जदयू के खिलाफ उम्मीदवार उतारे जाने का समर्थन नहीं करेगी। जाहिर तौर पर नई परिस्थितियों में चिराग असमंजस में हैं।
सूची जारी करने में देरी नहीं करना चाहती पार्टी
नामांकन के दो दिन बीत जाने के बावजूद उम्मीदवार चयन प्रक्रिया न शुरू होने से भाजपा चिंतित है। पहले शुक्रवार को ही सीईसी की बैठक होनी थी। अब पार्टी ने रविवार को बैठक बुलाने का फैसला किया है। भाजपा ने इस संबंध में लोजपा से साफ कह दिया है कि अब वह ज्यादा इंतजार करने की स्थिति में नहीं है। उम्मीद की जा रही है कि भाजपा रविवार को ही पहले और दूसरे चरण के उम्मीदवारों के नाम पर फैसला ले लेगी।