नई दिल्ली (एजेंसी)। देश में कोविड-19 महामारी की स्थिति को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की ओर से मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इसमें स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण और आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कोरोना की स्थिति को लेकर जानकारियां दीं। राजेश भूषण ने कहा कि आज देश का ऑक्सीजन उत्पादन 6,900 मीट्रिक टन से कुछ ज्यादा है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा, समस्या तब होती है जब इन्वेंटरी प्रबंधन नहीं होता है, सभी राज्यों को उचित इन्वेंट्री प्रबंधन सुनिश्चित करने की जरूरत है ताकि समय रहते ऑक्सीजन को फिर से भरा जा सके।
स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने प्रेस वार्ता में कहा कि देश में कोरोना संक्रमण से ठीक होने वाले मामलों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। देश में अब तक 38 लाख 50 हजार से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि देश में जांच की रफ्तार भी बढ़ रही है, पिछले सप्ताह देश भर में 76 लाख टेस्ट किए गए। उन्होंने कहा कि देश में पांच राज्य ऐसे हैं जिनमें देश के कुल सक्रिय मामलों के 60 फीसदी मामले हैं। इनमें महाराष्ट्र में 29 फीसदी से अधिक, आंध्र प्रदेश में करीब नौ फीसदी, कर्नाटक में करीब 10 फीसदी, उत्तर प्रदेश में 6.8 फीसदी और तमिलनाडु में 4.7 फीसदी मामले हैं। देश की औसत सकारात्मकता दर (पॉजिटिविटी रेट) 8.4 फीसदी है।
देश में तीन वैक्सीन क्लीनिकल ट्रायल के चरण में : डॉ. भार्गव
आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा की भारत में तीन वैक्सीन क्लीनिकल ट्रायल के चरण में हैं। कैडिला और भारत बायोटेक की वैक्सीन ने पहले चरण का ट्रायल पूरा कर लिया है। सीरम इंस्टीट्यूट ने फेज-2-बी3 ट्रायल पूरे कर लिए हैं और अनुमति के बाद 14 स्थानों पर 1500 मरीजों पर फेज-3 का ट्रायल शुरू करेगा। डॉ. भार्गव ने कहा कि भारत ने भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 25 जिलों के 39 अस्पतालों में 464 मरीजों पर रैंडम ट्रायल में योगदान दिया है। डॉ. भार्गव ने यह भी कहा अमेरिका और यूरोपीय देशों में कोरोना वायरस संक्रमण चरम पर था, इसके बाद वहां इसमें कमी आई और अब वहां संक्रमण की दूसरी लहर चल रही है। हमें इससे सीख ली है। हमने ऐसा प्रबंधन किया जिससे हमारे यहां कोरोना के चलते अधिक संख्या में मौतें नहीं हुईं। यह प्रभावी लॉकडाउन की वजह से हुआ।