भिलाई। कोरोना संक्रमण के बीच आज कचादुंर स्थित चंदुलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज में बने कोविड सेंटर का कलेक्टर सर्वेश्वर भूरे, एसपी प्रशांत ठाकुर, आयुक्त ऋतुरााज रघुवंशी एवं महापौर व विधायक विधायक देवेन्द्र यादव ने संयुक्त रूप से निरीक्षण किया। इस दौरान कोविड सेंटर में मरीजों के लिए बने भोजन की गुणवत्ता जांचने महापौर देवेन्द्र यादव के साथ कलेक्टर, एसपी व आयुक्त रघुवंशी ने साथ में खाना खाया। यहां मरीजों को दिए जा रहे भोजन की गुणवत्ता से सभी संतुष्ठ हुए।
कोविड सेंटर पहुंचे कलेक्टर भुरे सहित सभी ने निरीक्षण के दौरान कोविड सेंटर की अन्य व्यवस्थाएं भी देंखी। मौके पर कोविड अस्पताल की व्यवस्था में लगे चिकित्सा कर्मियों के साथ चर्चा भी की गई। कलेक्टर सर्वेश्वर भूरे, एसपी प्रशांत ठाकुर, आयुक्त ऋतुरााज रघुवंशी व महापौर देवेन्द्र यादव ने कोरोना संक्रमण के रोकथाम की दिशा में कार्ययोजना को लेकर भी विस्तृत रूप से चर्चा की।
विधायक देवेन्द्र यादव ने इस मौके पर कहा कि खाना और नाश्ता बिल्कुल तय समय पर पहुंचता रहे, इस सिस्टम की लगातार मोनीटरिंग करते रहें। इसमें बिल्कुल भी विलंब की गुंजाइश नहीं होनी चाहिए। इसके बाद इन्होंने सफाई व्यवस्था के बारे में जानकारी भी ली। कलेक्टर ने कहा कि हर घंटे सफाई की व्यवस्था की मॉनिटरिंग करें। इसकी जानकारी नोडल अधिकारी ऋतुराज रघुवंशी को दें। उन्होंने कहा कि पानी बिजली की व्यवस्था की सतत मॉनिटरिंग हो। जिस तरह से फीडबैक मरीजों से मिले उसके मुताबिक व्यवस्था में सुधार करने का निरंतर प्रयास करें। अस्पताल की व्यवस्था के लिए किसी भी तरह के संसाधन की जरूरत हो तो त्वरित जानकारी दें, यह सुविधा तुरंत उपलब्ध कराई जाएगी। अस्पताल में काम कर रहे कोविड वारियर की सुरक्षा उपकरणों की व्यवस्था की जानकारी भी उन्होंने ली। उन्होंने कहा कि इसके लिए जो प्रोटोकॉल निर्धारित किये गए हैं उसी तरह से कार्य हों। कोविड वारियर को आराम देने के लिए जिस तरह से शिफ्ट वार काम होता है उसी व्यवस्था के मुताबिक काम करें। विधायक एवं कलेक्टर ने शंकराचार्य कोविड केअर सेंटर का निरीक्षण भी किया। यहाँ भी उन्होंने साफ सफाई की स्थिति जानी। दोनों ही जगहों पर एड्रेस सिस्टम के प्रभावी काम करने और इससे आये फीडबैक के मुताबिक तुरंत कार्रवाई करने निर्देश दिए। यहां नोडल अधिकारी दुर्ग आयुक्त इंद्रजीत बर्मन हैं। यहां की व्यवस्था के संबंध में उन्होंने विस्तार से जानकारी दी। विधायक एवं कलेक्टर ने बुजुर्ग मरीजों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इनके ऑक्सीजन लेवल की जल्दी जल्दी जांच होती रहे ताकि आवश्यकता पड़ने पर ऑक्सीजन सपोर्ट उपलब्ध करा सकें। डिस्चार्ज हो चुके मरीजों को घर तक विदा करने और उन्हें भविष्य के प्रोटोकॉल भी समझाएं।