पटना (एजेंसी)। बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए चुनाव आयोग ने कमर कस ली है। अगर किसी विधानसभा क्षेत्र में 375 से अधिक प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में उतरते हैं, तो भी ईवीएम से ही चुनाव कराए जाएंगे। पहले इस तरह की व्यवस्था नहीं थी। हालांकि, इस बार कोरोना संकट को ध्यान में रखते हुए विधानसभा चुनाव के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। दरअसल, बिहार चुनाव में पहली बार मतदान के लिए एम 3 मॉडल ईवीएम का प्रयोग किया जाएगा।
क्या है एम 3 मॉडल ईवीएम
इस ईवीएम में एक कंट्रोल यूनिट से 24 बैलट यूनिट कनेक्ट हो सकती है। एक बैलट यूनिट में 16 प्रत्याशियों तक के नाम होते हैं। इस तरह 24 बैलट यूनिट के हिसाब से 384 प्रत्याशियों के लिए वोटिंग की जा सकती है। इससे पहले तक एम 2 मॉडल की ईवीएम से चुनाव कराए जाते थे। इस ईवीएम में केवल चार बैलट यूनिट तक ही कनेक्ट किया जा सकता है।
तेलंगाना जैसी स्थिति से बचने के लिए लिया गया फैसला
दरअसल, पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव के दौरान तेलंगाना की निजामाबाद सीट से 185 उम्मीदवार खड़े हो गए। इसमें से 175 उम्मीदवार केवल किसान थे। ये किसान हल्दी का दाम तय करने के लिए ‘टर्मरिक (हल्दी) बोर्ड’ के गठन की मांग पूरी न होने के विरोध में चुनाव लड़ रहे थे। इस दौरान प्रत्येक बूथ पर 12 ईवीएम का इस्तेमाल हुआ था।





