मुंबई (एजेंसी)। कोरोनाकाल के बीच इंडियन प्रीमियर लीग का 13वां संस्करण यूएई में खेला जाएगा। लंबे समय से आईपीएल की पहचान बन चुकी चीनी कंपनी वीवो अब मुख्य प्रायोजक नहीं रही। अब बीसीसीआइ आईपीएल के नए प्रायोजक का एलान आज कर सकती है। सूत्रों की माने तो टाटा पूरी गंभीरता से इस बार आईपीएल का प्रायोजक बनना चाह रहे हैं। बोर्ड ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया था कि केवल वही कंपनियां आगे आए, जिनका सालाना टर्नओवर 300 करोड़ रुपए से ज्यादा हो। हालांकि बायजूस और अनअकैडमी जैसे स्टार्टअप भी इन शर्तों को पूरा करते हैं, लेकिन टाटा संस पूरी तरह एक भारतीय ब्रांड है इसलिए उसे दौड़ का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
इससे पहले योगगुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि को आईपीएल स्पॉन्सर का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। हालांकि अब बाबा ने खुद पतंजलि की दावेदारी से इनकार किया, उनका कहना है कि पतंजलि तभी स्पॉन्सरशिप के लिए आगे आएगी, जब कोई दूसरी भारतीय कंपनी इस अधिकार को नहीं पाना चाहती। वीवो के हटने के बाद आईपीएल का प्रायोजक बनने के लिए बायजू, अमेजॉन, रिलायंस जियो, फैंटसी स्पोर्टस कंपनी ड्रीम 11 और कोका-कोला इंडिया जैसी दिग्गज कंपनियां रेस में हैं। बोर्ड ने कोरोना वायरस की वजह से जारी लॉकडाउन के चलते बाजार की स्थिति को देखते हुए स्पॉन्सरशिप की रकम 100 करोड़ रुपए कम की है।
19 सितंबर से 10 नवंबर के बीच यूएआई में होगा आईपीएल
भारत में कोरोना वायरस महामारी के बढते मामलों के कारण यूएई में टूर्नामेंट कराया जा रहा है। सरकार ने पिछले सप्ताह बीसीसीआई को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी थी। अधिकांश टीमें 20 अगस्त के बाद रवाना होंगी, उन्हें रवानगी से पहले 24 घंटे के भीतर दो आरटी पीसीआर टेस्ट कराने होंगे। टूर्नामेंट पूरी तरह से बायो-सिक्योर माहौल में होगा। सारे मैच शारजाह, अबूधाबी और दुबई में ही होंगे।





