मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर इंग्लैंड-वेस्टइंडीज के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा और निर्णायक मुकाबला खेला जा रहा है। आज मैच का आखिरी दिन है। वेस्टइंडीज ने आज अपनी पारी 10-2 के स्कोर से आगे बढ़ाई। मैच शुरू होने के थोड़े देर बाद ही बारिश आ गई। बारिश रुकने के बाद इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने वेस्टइंडीज के सलामी बल्लेबाज क्रेग ब्रैथवेट को एलबीडब्ल्यू आउट कर अपनी टीम को तीसरी सफलता दिलाई। इस विकेट के साथ ही ब्रॉड ने इतिहास रचते हुए टेस्ट क्रिकेट में अपने विकेटों की संख्या 500 पहुंचा दी। वो यह कारनामा करने वाले दुनिया के सातवें बॉलर हैं।
रिकॉर्ड बुक को देखें तो उनसे पहले सिर्फ 6 गेंदबाजों ने ही इस उपलब्धि का हासिल किया है। श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन ने 800, ऑस्ट्रेलिया के शेन वॉर्न ने 708, भारत के अनिल कुंबले ने 619, इंग्लैंड के ही जेम्स एंडरसन ने 589, ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्ग्रा ने 563 और वेस्टइंडीज के कर्टनी वॉल्स ने 519 विकेट हासिल किए हैं। टेस्ट में 500 विकेट सबसे पहले वेस्टइंडीज के कर्टनी वॉल्स ने लिया था।
इस खास मौके पर पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग और माइकल वॉन ने उन्हें बधाई दी है।
कोरोना काल में जब 117 दिनों बाद 8 जुलाई को इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच पहला इंटरनेशनल मैच खेला गया था, उस मैच में ब्रॉड को शामिल नहीं किया गया था। इस बात को लेकर उन्होंने गुस्सा भी दिखाया था लेकिन मैनचेस्टर के दोनों टेस्ट मैच में उन्हें मौका दिया गया जिसका उन्होंने बखूबी फायदा उठाया और शानदार प्रदर्शन कर खुद को एक बार फिर साबित किया है। अभी एक दिन पहले भी इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल एथर्टन ने कहा कि इस चैम्पियन खिलाड़ी के पास 600 टेस्ट विकेट लेने की क्षमता है।
उन्होंने कहा कि चैंपियन खिलाड़ी की पहचान इस बात से नहीं होती कि वह टीम से कैसे बाहर हुआ बल्कि इस बात से होती है कि उसने वापसी कैसे की जैसा कि हम इस सीरीज में ब्रॉड के साथ देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब आप बाहर (टीम से) होते हैं तो आपको अपने बारे में थोड़ा और पता चलता है। कुछ खिलाड़ी ऐसे में सोचते हैं कि उनका करियर पूरा हो गया लेकिन ब्रॉड ने अपने दमखम से दिखा दिया कि वह 500 विकेट से संतुष्ट नहीं होने वाले और वह 600 विकेट लेना चाहता है।





