निकाय चुनाव की सुगबुगाहट के बीच नवगठित रिसाली निगम की चर्चा
भिलाई। इस वर्ष दिसंबर में भिलाई निगम के साथ नवगठित रिसाली नगर निगम के चुनाव भी होने है। चुनावी सुगबुगाहट के बीच इन दिनों चर्चा रिसाली नगर निगम की है। इस बीच रिसाली नगर निगम का प्रथम महापौर कौन होगा इसकी चर्चा जोरों पर है। नवगठित निगम होने के कारण क्षेत्र के कद्दावर पार्षद महापौर के लिए अपनी लाइन अभी से बनाने में लगे हैं। रिसाली नगर निगम में महापौर पद के दावेदारों के बीच यदि किसी एक नाम की बात करें तो प्रदेश कांग्रेस के महासचिव व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के सुपुत्र जितेन्द्र साहू का नाम सबसे ऊपर है। इसके पीछे कई तथ्य हैं जो जितेन्द्र साहू को इसके लिए पूरी तरह से उपयुक्त बनाते हैं।
उल्लेखनीय है कि नगर निगम रिसाली के गठन के बाद भिलाई नगर निगम से अलग हुए 13 वार्डों का परिसीमन किया गया। कुल 40 वार्डों के साथ नगर निगम रिसाली आस्थित्व में आ गया। निगम बनने के बाद से ही यहां महापौर की कुर्सी को लेकर बहस शुरू हो गई। बहस के बीच जो सबसे बड़ा नाम सामने आ रहा है वह है प्रदेश कांग्रेस के महासचिव जितेन्द्र साहू का। हालांकि अभी नगर निगम रिसाली के चुनावी कार्यक्रम की घोषणा नहीं हुई है लेकिन जैसा अनुमान लगाया जा रहा उसके अनुसार इस वर्ष के अंत में भिलाई के साथ की रिसाली निगम के चुनाव भी होंगे।
करोड़ों के विकास कार्यों की दे रहे सौगात
प्रदेश कांग्रेस महासचिव दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में आने वाले रिसाली नगर निगम के वार्डों में सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के प्रयासों से क्षेत्र के विकास के लिए करोड़ों रुपए की राशि स्वीकृत हुई है। इस राशि से रिसाली निगम के विभिन्न वार्डों में विकास कार्यों का भूमिपूजन जितेन्द्र साहू की उपस्थिति में हो रहा है। इस दौरान इनकी सरल व स्वच्छ छवि लोगों को भा रही है। वहीं क्षेत्र के विकास को लेकर इनकी ललक एक अलग ही माहौल बना रही है। वर्तमान में रिसाली नगर निगम क्षेत्र में महापौर को लेकर आमलोगों के बीच भी जितेन्द्र साहू का नाम ही आगे है।

राजनीतिक पृष्ठभूमि के साथ कुशल रणनीतिकार
जितेन्द्र साहू को परिवार में शुरुआत से ही राजनीतिक पृष्ठभूमि मिली। पिता ताम्रध्वज साहू कांग्रेस के कद्दावर नेता हैं और वर्तमान में प्रदेश के गृह एवं लोकनिर्माण मंत्री हैं। पिता की ही तरह जितेन्द्र साहू में एक अच्छे जनप्रतिनिधि के सभी गुण है। लोगों से सरलतापूर्वक मिलना, उनकी समस्याओं को सुनना और उसके समाधान के लिए भरपूर प्रयास करना इनके स्वाभाव को दर्शाता है। जितेन्द्र साहू कांग्रेस पार्टी में विभिन्न पदों पर रहे लेकिन कभी भी पद का दुरुपयोग नहीं किया। इनके सरल स्वाभाव के कारण ही आज रिसाली नगर निगम ही नहीं बल्कि पूरे दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में इनकी सराहना की जाती है। ऐसे में यदि रिसाली निगम के लिए यह उपयुक्त उम्मीदवार होंगे यह कहना गलत नहीं होगा।




