कोरबा। जिले के उरगा थाना क्षेत्र के अंतर्गत पुलिस ने अस्पताल में नौकरी के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले शातिर को गिरफ्तार कर जेल भेजा। शातिर ठग ने एक नहीं दो नहीं कई लोगों को नौकरी का झांसा दिया और एक एक से मोटी रकम वसूल कर भाग गया। मामले की शिकायत पर जब पुलिस ने जांच शुरू कि तो जिस अस्पताल में नौकरी की देने का दावा किया गया वह अस्पताल ही नियमविरुद्ध चलाया जा रहा था। जांच में और भी खुलासे हुए। फिलहाल उरगा पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है।
मामले का खुलासा करते हुए कोरबा पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह मीणा ने बताया कि प्रार्थी नागेश्वर राठौर ने एक लिखित आवेदन पत्र पेश कर शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा गया कि श्री हॉस्पिटल नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कॉलेज उरगा में वेबसाईट के माध्यम से 970 पदों की भर्ती हेतु जानकारी मिलने पर अस्पताल पहुंच चेयरमेन वासुदेव गुप्ता, संचालक चन्द्रशेखर पाण्डेय, विवेक यादव, कृष्णा पटेल, संतोष साहू, खेमिन दिवान आदि से मिले। अस्पताल में डिप्टी मेनेजर का पद खाली होने की बात कही गई। इस पद के लिए नागेश्वर ने आवेदन किया तथा 350 रुपए का डीडी दिया और उनसे बाद 45,000 रुपए नौकरी के लिए अलग से दिए। नौकरी देने के बजाय बार बार अस्पताल के चक्कर काटने पड़े। इस दौरान पता चला कि श्री हॉस्पिटल उरगा में नौकारी के नाम पर अन्य लोगों से भी ठगी हुई।
बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहा था हॉस्पिटल
जांच में के दौरान संकलित साक्ष्य पर पाया गया कि श्री हॉस्पिटल नर्सिग एवं पैरामेडिकल कॉलेज का न तो रजिस्ट्रेशन हुआ है न ही नर्सिंग एक्ट के नियमों का पालन किया गया है । प्रकरण मे आरोपी चंद्रशेखर पांडे घटना दिनांक से ही फरार था जो पुलिस को माहुल जौनपुर उत्तरप्रदेश से खोज निकाला। पूछताछ में पता चला कि नौकरी के नाम पर क्षेत्र के युवाओं से 1 करोड़ रुपए से भी अधिक की रकम ठगी की गई थी। इस मामले में अन्य आरोपी फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है। इससे पहले चेयर पर्सन वासुदेव गुप्ता को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेजा जा चुका है। संपूर्ण कार्रवाई नगर पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा वा थाना प्रभारी उरगा लखन पटेल के अगुवाई में की गई।





