गुवाहाटी (एजेंसी)। कोरोना वायरस के साथ-साथ बाढ़ की आपदा से असम मुसीबत में है। असम पिछले 7 हफ्तों से भीषण बाढ़ का सामना कर रहा है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार अभी तक यहां 71 लोगों की मौत हो चुकी है। इसकी मार जानवरों पर भी पड़ी है। काजीरंगा नैशनल पार्क के 6 गैंडों के सहित 76 जानवरों की मौत हो चुकी है। राज्य के 27 जिलों में 40 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
50 हजार लोग अपने घरों को छोड़कर राहत कैंपों में रहने के लिए मजबूर हैं। इसके साथ ही एक लाख हेक्टेयर से भी अधिक खड़ी फसल का नुकसान हुआ है। इस बीच सीएम सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि हम कोविड-19 और बाढ़ से एक साथ जूझ रहे हैं। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है। राहत कैंपों में लोगों को मास्क मुहैया कराया जा रहा है।
काजीरंगा नैशनल पार्क 90 फीसदी पानी में डूबा
काजीरंगा नैशनल पार्क के अधिकारियों के मुताबिक 90 प्रतिशत भाग पानी में डूब चुका है। अवैध शिकार के लिए बनाए गए 223 कैंप में से 99 जलमग्न हो चुके हैं। 6 कैंपों को खाली कर दिया गया है। यहां अभी तक 6 गैंडों की मौत हो चुकी है। ॥शद्द ष्ठद्गद्गह्म् प्रजाति की 61 हिरन लापता हैं। सेंट्रल फॉरेस्ट रेंज और बुरापाहर रेंज में पशुओं के 4 कंकाल भी बरामद किए गए हैं।

सीएम ने किया काजीरंगा पार्क का दौरा
सीएम सोनोवाल ने काजीरंगा नैशनल पार्क का दौरा भी किया। उन्होंने जानवरों की सुरक्षा को लेकर अधिकारियों से चर्चा की और निर्देश भी दिया। असम में ब्रह्मपुत्र सहित सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। कई जगहों पर पुल और सड़कें टूट गई हैं। हृष्ठक्रस्न की 12 टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाई गई हैं।




