कानपुर (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुए शूटआउट में आठ पुलिसवालों की निर्मम हत्या करने के बाद गैंगस्टर विकास दुबे अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। विकास दुबे को ढूंढने के लिए 40 टीमें काम कर रही हैं। भारत-नेपाल की 120 किलोमीटर की सीमाएं सील कर दी गई हैं। बताया जा रहा है कि लखीमपुर के आसपास पुलिस को विकास के होने की सूचना मिली है, जिसके बाद यहां अलर्ट जारी किया गया है।
दो दिन पहले मोहम्मदी के इर्द-गिर्द विकास दुबे की लोकेशन का इनपुट पुलिस को मिला है। पुलिस को यह भी सूचना मिली है कि वह खीरी के जंगलों से नेपाल निकल सकता है। इसके बाद जिले में सतर्कता और बढ़ा दी गई है। एसपी पूनम ने बताया कि इंडो-नेपाल बॉर्डर की लंबाई जिले में 120 किलोमीटर है। चार थाने हैं। पूरे बॉर्डर पर पुलिस, एसएसबी, फॉरेस्ट फोर्स की चौकसी है। जिले की सभी सीमाओं को भी सील कर वाहनों की सघन जांच हो रही है। विकास के पोस्टर बॉर्डर पर चस्पा कर दिए गए है।

पूछताछ का दायरा बढ़ा, कई नामी लोग हिरासत में
बिकरू हत्याकांड में पुलिस जांच का दायरा बढ़ गया है। पुलिस ने विकास दुबे के सीधे संपर्क में आने वाले कानपुर नगर, देहात और उन्नाव के कई नामी लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इनमें कई लोगों को एसटीएफ लखनऊ ले गई है। कहा जा रहा है कि कानपुर में वारदात के अगले दिन लावारिस मिली एक लग्जरी कार के मामले में पुलिस ने कार के मालिक जय बाजपेई को हिरासत में ले लिया है। उससे लखनऊ में पूछताछ की जा रही है।
