नईदिल्ली (एजेंसी)। कोरोना वायरस के कहर बीच अमेरिका की बायोटेक फर्म इनोवियो ने दावा किया है कि कोरोनो वायरस वैक्सीन के परीक्षण के दौरान उत्साहजनक परिणाम देखने को मिले हैं। फर्म ने दावा किया कि आईएनओ-4800 नाम की वैक्सीन ने 40 लोगों पर किए गए ट्रॉयल के दौरान 94 फीसदी सफल रही है। क्लीनिकल ट्रॉयल के दौरान अमेरिका में 18 से 50 साल के उम्र के 40 लोगों को टीका लगाया गया। इन लोगों को चार सप्ताह में वैक्सीन के दो इंजेक्शन दिए गए। टेस्ट के परिणाम से पता चला कि आईएनओ-4800 वैक्सीन ने सभी लोगों के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया। कंपनी के अनुसार, इस दौरान वैक्सीन का कोई भी प्रतिकूल प्रभाव देखने को नहीं मिला
इनोवियो कंपनी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट केट ब्रॉडरिक के अनुसार, दस जनवरी को चीन के शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस का जेनेटिक कोड जारी किया तो टीम ने उस सीक्वेंस को सॉफ्टवेयर के जरिए कोड किया और फॉर्मूला तैयार कर लिया। यह डीएनए वैक्सीन कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन को पहचानकर वैसे ही प्रोटीन का निर्माण कर वायरस को गुमराह करेगी। जिसके बाद जैसे ही वायरस उस प्रोटीन के समीप जाएगा तो वह वैक्सीन के प्रभाव से निष्क्रिय हो जाएगा। स्पाइक प्रोटीन से मानव शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होगा। वैक्सीन से स्पाइक प्रोटीन का निर्माण होगा तो शरीर उसे वायरस समझकर ज्यादा संख्या में एंटीबॉडी बनाएगी। जबकि इस प्रोटीन से शरीर को कोई नुकसान नहीं होगा। जबकि कोरोना वायरस का खात्मा हो जाएगा।
कंपनी का कहना है कि तीन चरण के ह्यूमन ट्रायल सफल होने के बाद उसे संबंधित देश के दवा नियामक आयोग के पास जांच के लिए दिया जाएगा। जिसके बाद उस देश की सरकार वैक्सीन से जुड़े सभी पहलूओं का बारीकी से अध्ययन करेगी। इस दौरान यह देखा जाएगा कि वैक्सीन का इंसानों के ऊपर कोई बुरा प्रभाव तो नहीं है। जिसके बाद ही इस वैक्सीन को उत्पादन के लिए मंजूरी मिलेगी। कंपनी ने कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए इस वैक्सीन को जल्द ही बाजार में पेश किया जाएगा।





