दुर्ग। जिला मुख्यालय के अधिकारियों के साथ कलेक्टर डाक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने अपनी नजर ब्लॉक लेवल के ऑफिसर्स के कार्यों की मानिटरिंग पर भी रखी है। उन्होंने आज अपनी तीसरी ब्लॉक स्तरीय बैठक दुर्ग ब्लाक में ली। इससे पहले वे धमधा और पाटन ब्लॉक के अधिकारियों के साथ बैठक ले चुके हैं। बैठक में कलेक्टर ने स्पष्ट कर दिया कि वे जिला स्तर के अधिकारियों के कार्यों के साथ ही ब्लॉक लेवल ऑफिसर के कार्यों की भी नियमित मानिटरिंग करेंगे। परिणाममूलक कार्य नहीं हुए तो जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि शासन की फ्लैगशिप योजनाएं सबसे अहम हैं। इसके क्रियान्वयन पर पूरी बारीकी से कार्य करें।
कलेक्टर ने गौठान के क्रियान्वयन से जुड़े विभिन्न विभाग कृषि पशुपालन मत्स्यपालन उद्यानिकी विभाग से कहा कि गौठान में विभागीय गतिविधियों का बेहतर संचालन करें। कृषि विभाग से कहा कि यहां निर्मित कंपोस्ट व वर्मी टैंक को भरने का कार्य करे। मत्स्य विभाग को गौठान में मत्स्य पालन के लिए कार्यक्रम तैयार कर इसके लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। कम से कम दस गौठान में मुर्गी पालन हेतु शेड निर्माण किये जाने के निर्देश दिए। उद्यानिकी विभाग को सामुदायिक फलोद्यान लगाने के निर्देश दिए। विभागीय योजनाओं के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन नही होने की दशा में अधिकारियों पर जवाबदेही तय करते हुए आवश्यक कार्यवाही की चेतावनी भी कलेक्टर ने दी।
इस दौरान उन्होंने शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा की। चिन्हांकित किये गए 61 गौठानों में संचालित गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने गौठान की बुनियादी बातों को सबसे पहले बताया। उन्होंने कहा कि गौठान इसलिए निर्मित किए गए हैं कि अधिकतम पशुधन यहां पर रहे। इसलिए पहली आवश्यकता यह है कि पशुधन की अधिकतम उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। पशुओं की संख्या के मुताबिक उनके लिए चारेपानी की व्यवस्था सुनिश्चित करें। गौठान का काम रोजमर्रा का काम है इसलिए आपको नियमित रूप से इसका फीडबैक लेना होगा। इसके साथ ही नस्ल सुधार पर ध्यान देना भी अहम है। नस्लसुधार से पशुपालन लाभप्रद पेशे के रूप में बढ़ेगा और इससे ही कृषि के साथ पशुपालन पर जोर बढ़ेगा और इसके आर्थिक लाभ ग्रामीणों को मिल पाएंगे।
कलेक्टर ने कहा कि गौठान को रोजगार मूलक बनाया जाना है ताकि आर्थिक दृष्टिकोण से ग्रामीणों को मजबूत बनाया जा सके। गौठान में महिला स्वसहायता समूहों को अनेक गतिविधियों से जोड़कर रोजगार की उपलब्धता सुनिश्चित किया जाने का कार्य करें। गौठान में उत्पादित सामग्रियों की खरीदारी जिला पंचायत के माध्यम से की जाएगी। गौठान के बेहतर क्रियान्वयन व संचालन के लिए सभी गौठान के लिए गौठान समिति के गठन की जानकारी भी उन्होंने ली। उन्होंने कहा कि गौठान समिति को सक्रिय करें, इनके प्रभावी कार्य का बेहतर परिणाम गौठान को मिल सकेगा।