बिलासपुर। शहर में हनिट्रैपिंग का बड़ा मामला सामने आया है। कॉलगर्ल के सहारे अश्लील वीडियों बनाकर लोगों का फांसना और उनसे मोटी रकम वसूलना इस गिरोह का काम था। लंबे समय से चल रहे इस गोरखधंधे का बिलासपुर पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। मामले में पुलिस ने दो कॉलगर्ल, एक कांस्टेबल, एक पीसीआर वैन के ड्राइवर, फर्जी डीएसपी व एमएमएस गिरोह के मास्टरमाइंड सहित आधा दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने शिकायतकार्ता से करीब दो लाख रुपए वसूल किए। आरोपियों के पास से पुलिस ने 6 मोबाइल, 15 हजार रुपए कैश भी बरामद किया है।
मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि 17 जून को एक व्यक्ति ने बिलासपुर एसपी से शिकायत कर बताया कि कोई उसे एमएमएस वायरल करने की धमकी देकर उसे ब्लैकमेल कर रहा है। उसने 2 लाख रुपए की डिमांड की थी, जिसमें से 36 हजार रुपए उसे दे चुका है, बाबजूद उसे लगातर ब्लैकमेल किया जा रहा है। शिकायत के बाद एसपी प्रशांत अग्रवाल ने तुरंत एक्शन लिया एमएमएस के मास्टरमाइंड और 2 कॉलगर्ल सहित आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया।

कालगर्ल के बहाने ऐसे फंसाया जाल में
छह महीने पहले मास्टर माइंड मुकुल शर्मा ने पीडि़त व्यक्ति को फोन कर उसके लिए लड़की उपलब्ध कराने की बात कही। कुछ दिन बाद लड़की ने सामने वाले व्यक्ति को फोन कर अपना पता देते हुए उसे अपने ठिकाने पर बुला लिया। व्यक्ति बताये हुए जगह पर पहुंचा और कमरे में दाखिल हुआ, लड़की ने दरवाजा बंद कर लिया। इसी दौरान दरवाजे पर पुलिस की वर्दी और एक व्यक्ति और एक सिविल ड्रेस में युवक पहुंचा और दोनों की अश्लील वीडियो बनाकर पैसों की डिमांड शुरू कर दी। दोनों युवकों ने उस व्यक्ति को धमकी दी कि अगर उसे पैसा नहीं दिया गया तो ना सिर्फ वो एमएमएस को वायरल कर देगा, बल्कि लड़की से उसे बलात्कार के केस में फंसा भी देगा। दोनों युवकों ने पीडित का मोबाइल रख लिया और लगभग 14 हजार रुपए वसूल लिए। इसके 3-4 दिन बाद पीडि़त व्यक्ति के पास डीएसपी के नाम से फोन कर कार्रवाई से बचने के लिए 2 लाख रुपए की डिमांड की गई। इसके पीडि़त व्यक्ति ने किसी तरह से 22 हजार रुपए का इंतजाम करके कथित डीएसपी को भेजवाया। इसके बाद बाकी बचे रुपए की डिमांड भी होने लगी। इसके बाद परेशान युवक ने एसपी से इस मामले में पूरी शिकायत की।

पुलिस ने ट्रैप कर आरोपियों को धर दबोचा
शिकायत के बाद पुलिस ने जाल बिछाया और जैसे ही एक व्यक्ति पैसे लेने के लिए पहुंचा पुलिस की टीम ने उसे दबोच लिया। उसने व्यक्ति ने मुकुल शर्मा के लिए काम करने की बात स्वीकारी। उसके बाद पुलिस ने उन लड़कियों को भी पकड़ा, जो इस गोरखधंधे में लीड रोल में थी, जिसके जिम्मे ग्राहक के साथ संबंध बनाने के नाम पर एमएमएस तैयार करने का जिम्मा था। पुलिस को लड़कियों रैकेट में एक पुलिसकर्मी के भी शामिल होने की बात कही, पुलिस ने लड़की की पहचान के बाद रामकुमार खांडेकर नाम के कांस्टेबल और एक पुलिस की सीसीआर वैन के ड्राइवर को गिरफ्तार किया है। इस रैकेट में आरोपी महिला का पति भी एमएमएस के नाम पर पैसा वसूली किया करता था। पुलिस ने आरोपी मुकुल को मध्यप्रदेश के सागर से गिरफ्तार किया है, जहां से उसे बिलासपुर लाया जा रहा है। इस मामले में पुलिस ने मुकेश शर्मा, सूरज सारथी, पुलिसकर्मी रामकुमार, कृष्णा शर्मा, आकाश निर्मलकर और दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है।