नई दिल्ली (एजेंसी)। कोरोना संकट को देखते हुए दो दिनी डिजिटल बैठक की योजना के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 ऐसे राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वार्ता की जहां कोरोना का संकट वाकी राज्यों के मुकाबले कम है। आज प्रधानमंत्री मोदी ने उन राज्यों से वार्ता की जहां कोरोना के मामलों की संख्या 20 हजार से कम है और 150 से कम लोगों की मौत हुई है। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि इस समय बिना मास्क या फेस कवर के बाहर निकलने की सोचना भी ठीक नहीं है। दो गज की दूरी, हाथ धोना और सैनिटाइजर का इस्तेमाल बहुत आवश्यक है। बाजार खुलने और लोगों के बाहर निकलने के साथ ही ये नियम बहुत जरूरी हो गए हैं।
प्रधानमंत्री ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा, अनलॉक 1 को दो सप्ताह हो चुके हैं। इस दौरान का हमारा अनुभव भविष्य में लाभदायक साबित हो सकता है। आज मैं आप लोगों से कोरोना वायरस की जमीनी हकीकत जानूंगा, आपके विचार इस महामारी को खत्म करने में आगे की रणनीति बनाने में मदद करेंगे। भारत में कोरोना वायरस से ठीक होने की दर यानी रिकवरी रेट अब 50 फीसदी हो गई है। हमारे लिए एक भारतीय की मौत होना भी ठीक नहीं है लेकिन यह भी सच है कि भारत उन देशों में से एक है जहां कोरोना के चलते कम मौत हुई हैं।
इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से आज हुई वार्ता
पंजाब, चंडीगढ़, उत्तराखंड, हिमाचल, लद्दाख, झारखंड, छत्तीसगढ़, गोवा, केरल, पुडुचेरी,असम, त्रिपुरा, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, सिक्किम, मणिपुर, नागालैंड, अंडमान-निकोबार, दादर नगर हवेली और दमन दीव, लक्षद्वीप। आज प्रधानमंत्री ने उन राज्यों से बात की जहां कोरोना संकट अन्य राज्यों की अपेक्षा कम है।
कल 15 राज्यों के साथ बात करेंगे प्रधानमंत्री मोदी
वहीं, बुधवार यानी कल प्रधानमंत्री 15 राज्यों के मुख्यमंत्रियों और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल से बातचीत करेंगे। इनमें महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, कर्नाटक, गुजरात, बिहार और उत्तर प्रदेश शामिल हैं। ‘अनलॉक-1Ó के तहत आम लोगों और व्यवसाय के लिए कई छूट दी गई है ताकि लॉकडाउन के कारण प्रभावित आर्थिक गतिविधियां पटरी पर लौट सकें।