नई दिल्ली (एजेंसी)। दक्षिण पश्चिम मानसून ने इस बार समय से एक सप्ताह पहले ही महाराष्ट्र, गोवा और ओडिशा में दस्तक दे दी है। गुरुवार को इन राज्यों के तटीय इलाकों में मानसूनी बारिश ने जमकर भिगोया। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा कि मानसून के अगले दो दिन में पूरी गति पकड़ते हुए आगे बढ़ जाने की संभावना है।
आईएमडी ने अगले 48 घंटों में महाराष्ट्र और ओडिशा के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना जताई, जिसके चलते पश्चिम घाट के इलाकों में जमकर भूस्खलन हो सकता है। आईएमडी के मुंबई केंद्र के उपमहानिदेशक केएस होसलिकर ने कहा, दक्षिण पश्चिम मानसून ने महाराष्ट, में अपनी आमद दर्ज करा दी है।
मानसून की शुरुआती रेखा हरनई, सोलापुर, रामागुंडम (तेलंगाना) और जगदलपुर (छत्तीसगढ़) के ऊपर से गुजर रही है। इसके अगले 48 घंटों में आगे बढऩे से महाराष्ट्र के अन्य क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है। एक अन्य अधिकारी ने कहा, बारिश ने गोवा से सटे तटीय सिंधुदुर्ग जिले में बृहस्पतिवार सुबह करीब 11 बजे से बारिश हो रही है। उन्होंने कहा, पिछले कुछ दिन में मुंबई और उसके बाहरी क्षेत्रों समेत महाराष्ट्र के कई हिस्सों में जमकर प्री-मानसूनी बारिश देखने को मिली है।
मानसूनी बारिश ने गुरुवार को पूरे गोवा में जमकर रंग दिखाया। पणजी में आईएमडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, राज्य में 12 और 13 जून को भारी बारिश की संभावना देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया गया है। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
मुंबई में आज से सक्रिय होगी बाढ़ नियंत्रण प्रणाली
मुंबई में शुक्रवार से बाढ़ नियंत्रण प्रणाली काम करने लगेगी। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (एमओईएस) ने बताया कि महाराष्ट्र सरकार के आग्रह पर तैयार की गई इस एकीकृत बाढ़ चेतावनी प्रणाली के तहत मौसम के मॉडल के इनपुट के आधार पर हाइड्रोलॉजिकल मॉडल का उपयोग करते हुए काम करेगी।