भिलाई। गुमशुदा लोगों की तलाश के लिए दुर्ग पुलिस द्वारा व्यापक स्थर पर अभियान चलाया गया। एक माह में दुर्ग के अलग अलग थानों की पुलिस ने 807 लापता लोगों को तलाश लिया है। गुमशुदा लोगों के मिलने के बाद उनके परिजनों के चेहरों पर मुस्कान लौट आई है। गुमशुदा लोगों में महिला व पुरुष दोनों ही शामिल हैं। गुमशुदा लोगों में जामुल थाना क्षेत्र से सर्वाधिक 100 लोगों को उनके घर पहुंचाया गया है।
दुर्ग में एसएसपी विजय अग्रवाल के निर्देश पर गुमशुदा लोगों कीर तलाश के लिए विशेष अभियान ऑपरेशन तलाश चलाया गया। गुमशुदा प्रकरणों को प्राथमिकता देते हुये अभियान के दौरान पूर्व वर्षों के लंबित गुमशुदा महिला व पुरुष के पतासाजी के लिए पृथक से मानव तस्करी सेल गठित की जाकर प्रत्येक लंबित प्रकरणो की पुनः समीक्षा की गयी। गठित टीम एवं संबंचित थाना प्रभारियों द्वारा गुमशुदा के परिजनों एवं ग्रामीणों से संम्पर्क कर पुछताछ किया गया। गुमशुदा तथा संबंधितों के मोबाइल डाटा एवं लोकेशन एवं सोशल मिडिया का भी सहारा लेकर प्राप्त सूचना अनुसार अलग-अलग ज्यों को भी पुलिस टीम भेजी गयी। पुलिस द्वारा चलाये जा रहे इस विशेष अभियान “आपरेशन तलश” में कई परिवारों के चेहरे में मुस्कान आया है।

1 जून से 30 जून 2025 तक एक माह की अवधि में दुर्ग पुलिस ने 807 लोगों को तलाश कर उनके घरों में पहुंचाया है। जिले में सर्वाधिक थाना जामुल 100, दुर्ग 72 एवं सुपेला 62 गुमशुदा लोगों को उनके घर पहुंचाया गया। आपरेशन तलाश में दीगर राज्य से थाना पुलगांव 36, पाटन 23, मोहन नगर 21, कुम्हारी 12, बोरी 13, धमचा 14, खुर्सीपार 26, सुपेला 48, उतई 12, छावनी 14, वैशाली नगर 10, जामुल 24, जामगांव आर 11 एवं नेवई 13 कुल 277 लोगों को सकुशल वापस लाया गया।

अभियान के दौरान छत्तसीगढ़ राज्य से 530 महिला/पुरुष बरामद किया गया। व्यापक स्तर पर चलाये गये अभियान के परिणाम स्वरुप बाहर राज्य से 277 एवं छत्तीसगढ़ राज्य से 530 कुल 80% महिला/पुरुष को ढुंढने में पुलिस को सफलता प्राप्त हुयी है। जिन्हे उनके परिजनों को सकुशल सौण गया शासन की मंशा अनुरूप पुलिस महानिदेशक छत्तीसगढ़ द्वारा दिये गये निर्देश के परिपालन में जिले में गुमशुदा महिला व पुरुषों की पतासाजी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल के निर्देशानुसार यह अभियान चलाया गया। डीसीबी शाखा के द्वारा अभियान ऑपरेशन तलाश में डाटा संग्रहण किया गया जिसके फलस्वरुप अभियान आपरेशन तलाश को महत्वपूर्ण सफलता दिलाते हुए 307 महिला एवं पुरुष को राज्य के बाहर एवं राज्य से बरामद किया गया।