मुंबई (एजेंसी)। कोरोना वायरस के खौफ ने लोगों का इंटरटेनमेंट छीन लिया है। देशभर में लोग 25 मार्च से घरों में दुबके हुए हैं और रोजना बढ़ रहे संक्रमण के मामलों ने लोगों का होश उड़ा दिया है। एक जून से रेलवे ने देशभर में 200 से अधिक स्पेशल ट्रेनों को चलाना शुरू किया लेकिन खास बात यह है कि इन ट्रेनों में अधिकतर खाली चल रही हैं। गर्मी के दिनों में आमूमन लोग पर्यटन के ख्याल से घर से निकलते थे, लेकिन बच्चों की छुट्टिïया होने के बावजूद लंबी दूरी की यात्रा से बच रहे है। पहली बार यह देखा जा रहा है कि ट्रेन से यात्रा करने की मारामारी नहीं है।
रेलवे इन दिनों देशभर के अलग अलग हिस्सों में 230 स्पेशल ट्रेनें ही चल रही है। नई दिल्ली से अन्य रूट के लिए चलने वाली ट्रेनों में भीड़ है भी तो वहीं वापसी में आने वाली ज्यादातर ट्रेनें खाली आ रही है। रेल मंत्रालय और ट्रेन चलाने की तैयारी में तो है, लेकिन यात्रा करने वालों का कोटा देखकर संभव है कि कम ही ट्रेन पटरी पर उतरे। क्योंकि ना तो लोग पर्यटन स्थल, धार्मिक स्थल और ना ही छुट्टिïया बीताने के लिए अपने गृह प्रदेश जाने को तैयार है। हां इतना जरूर है कि जिसे काफी आवश्यकता है वहीं ट्रेनों से यात्रा कर रहे है।
मुंबई जाने वाली तो ज्यादातर ट्रेनें खाली है। गोल्डेन टेंपल, पश्चिम एक्सप्रेस, मंगला स्पेशल में भी काफी अधिक भीड़ नहीं है। जबकि ये रेलवे की अति व्यस्त रूट में शामिल है। गर्मियों में तो गोवा, वैष्णव देवी, मुंबई, शिमला जाने वालों की भारी भीड़ होती हे। कोरोना के भय से यात्रियों के थम जाने से रेलवे में सन्नाटा सा छाया है। आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर अगले महीने सभी दिशाओं में जाने वाली ट्रेनों में सीट मौजूद है। वापसी वाली ट्रेन में तो ज्यादातर आरक्षित बर्थ खाली है। मुंबई-नई दिल्ली, जम्मूतवी-नई दिल्ली, पटना-नई दिल्ली, पश्चिम बंगाल-नई दिल्ली रूट पर चलन वाली ट्रेनों में आसानी से सीट उपलब्ध है।