छत्तीसगढ़ सरकार ने घोषित किया तीन दिन का राजकीय शोक
रायपुर। छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री पर दिग्गज राजनीतिज्ञ अजित प्रमोद कुमार जोगी अब हमारे बीच नहीं रहे। रायपुर स्थित नारायणा अस्पताल में आज उन्होंने अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार शनिवार को उनकी जन्मभूमि गौरेला में किया जाएगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अजित जोगी के निधन पर राज्य में आज से तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और इस दौरान कोई भी शासकीय समारोह आयोजित नहीं किए जाएंगे।
बता दें कि अजित जोगी बीते 9 मई से उपचार हेतु नारायणा अस्पताल में भर्ती थे। 19 दिन के अंदर तीसरी बार दिल का दौरा पडऩे के बाद उनकी हालत बेहद गंभीर हो गई थी। नारायणा अस्पताल की मेडिकल बुलेटिन के अनुसार अजीत जोगी (74) का स्वास्थ्य आज दोपहर लगभग 1.30 बजे बेहद खराब हुआ। उन्हें पुन: कार्डियक अरेस्ट हुआ। डॉक्टरों के 2 घंटे से अथक प्रयास के बाद भी उनकी हृदय गति वापस नहीं लाई जा सकी। उन्होंने दोपहर 3.30 बजे अपनी अंतिम सांस ली।
आईपीएस व आईएएस के बाद बने छग के प्रथम मुख्यमंत्री
बिलासपुर के पेंड्रा में जन्में अजीत जोगी का जितना ऊंचा राजनीतिक कद था उतना ही वे पढ़ाई में भी तेज थे। पूर्व मुख्यमंत्री श्री अजीत जोगी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद प्राध्यापक के रूप कैरियर की शुरूआत की। पहले आईपीएस के रूप में अपनी सेवाएं दी तत्पश्चात भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए चयनित हुए। अविभाजित मध्यप्रदेश के दौरान रायपुर सहित कई जिलों के कलेक्टर रहे। वे विधायक और सांसद भी रहे। 1 नवंबर 2000 को जब छत्तीसगढ़ बना तो राज्य का पहला मुख्यमंत्री अजीत जोगी को बनाया गया।
सीएम बघेल ने कहा, छत्तीसगढ़ के लिए अपूरणीय क्षति
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजित जोगी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा है कि श्री जोगी का निधन छत्तीसगढ़ के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने प्रदेश के विकास में श्री जोगी के योगदान का स्मरण करते हुए कहा कि राज्य बनने के बाद उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य के तीव्र विकास की रूपरेखा तैयार की और एक कुशल राजनीतिज्ञ एवं प्रशासक के रूप में राज्य को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद श्री जोगी के नेतृत्व में बनी सरकार में केबिनेट मंत्री के रूप में कार्य करने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि श्री जोगी ने छत्तीसगढ़ राज्य में गांव, गरीब और किसानों के कल्याण के लिए काम करने की दिशा निर्धारित की।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने स्वर्गीय श्री जोगी के परिजनों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करते हुए उन्हें इस दुख की घड़ी को सहन करने की शक्ति प्रदान करने और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।