रायपुर। छत्तीसगढ़ के इतिहास का सबसे दुर्दांत नक्सली हमले को आज चार साल पूरे हो गए हैं। आज ही के दिन झीरम घाटी में कांग्रेस के परिवर्तन यात्रा के दौरान हमला हुआ था जिसमें प्रदेश के दिग्गज कांग्रेस नेताओं सहित 32 लोगों की मौत हो गई थी। आज इस हमले को याद करते हुए शहीद हुए कांग्रेस के दिवंगत नेताओं को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित तमाम मंत्रियों ने भावभिनी श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर सीएम बघेल ने बस्तर विश्वविद्यालय का नाम महेन्द्र कर्मा के नाम पर करने की घोषणा की। वहीं आज का दिन हर साल ‘झीरम श्रद्धांजलि दिवसÓ के रूप मनाने का संकल्प लिया।

उल्लेखनीय है कि प्रदेश कांग्रेस ने अध्यक्ष नंद कुमार पटेल के नेतृत्व में परिवर्तन यात्रा शुरू की गई थी। इसी यात्रा के दौरान आज ही के दिन वर्ष 2013 को कांग्रेस नेताओं का बस्तर दौरा था। रास्ते में घात लगाए बैठे नक्सलियों ने कांग्रेस के काफीले पर हमला कर दिया। झीरम घाटी की घटना में वरिष्ठ नेता नंदकुमार पटेल, विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा, उदय मुदलियार और योगेंद्र शर्मा सहित अनेक वरिष्ठ जनप्रतिनिधि और सुरक्षाबलों के अनेक जवान शहीद हो गए थे । छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा इन शहीदों की स्मृति में पहली बार ‘झीरम श्रद्धांजलि दिवस’ का आयोजन किया गया, जिसमें झीरम के शहीदों के साथ साथ नक्सली हिंसा के लंबे दौर में शहीद हुए अनेक नागरिकों, सुरक्षाबलों के जवानों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। आज सीएम बघेल ने बस्तर विश्वविद्यालय का नाम महेन्द्र कर्मा के नाम पर रखने की घोषणा की साथ ही आज के को झारम श्रद्धांजलि दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया।

मुख्यमंत्री बघेल ने इस अवसर पर कहा कि बस्तर विश्वविद्यालय का नामकरण बस्तर टाइगर के नाम से मशहूर हम सबके वरिष्ठ नेता और झीरम घाटी नक्सल हिंसा में शहीद स्वर्गीय श्री महेंद्र कर्मा के नाम पर किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि झीरम के शहीदों की याद में कोरोना संकट की वजह से जगदलपुर और नया रायपुर में स्मारक अभी नहीं बनाया जा सका है, लेकिन इसे भविष्य में बनाया जाएगा । मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हमें दुख है कि झीरम नक्सल हिंसा की घटना के दोषियों को अब तक सजा नहीं मिली है और शहीदों के परिजनों को अभी तक न्याय नहीं मिला है लेकिन राज्य सरकार की कोशिश लगातार जारी है कि पीड़ित लोगों को न्याय मिले और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हर साल 25 मई को झीरम के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए झीरम श्रद्धांजलि दिवस मनाया जाएगा। इस दिन सभी शासकीय और अर्ध शासकीय कार्यालयों में झीरम के शहीदों सहित नक्सल हिंसा में अपने प्राण गंवाने वाले आमजनों, जनप्रतिनिधियों और सुरक्षाबलों के जवानों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। इस अवसर पर विधायक मोहन मरकाम ने भी अपने विचार प्रकट किए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार झीरम घटना के दोषियों को सजा दिलाने के लिए कृतसंकल्पित है।
इस अवसर विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. चरण दास महंत, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, सहकारिता मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, खाद्य मंत्री अमरजीत सिंह भगत, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया, श्रम मंत्री डाॅ. शिवकुमार डहरिया, राज्यसभा सांसद श्रीमती छाया वर्मा सहित अनेक विधायक और जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।