नई दिल्ली। एक दीर्घकालिक अध्ययन में दावा किया गया है कि लगातार भाप से नहाने (स्टीम बाथ) से आघात लगने के खतरे को बहुत हद तक कम किया जा सकता है। इस अध्ययन में सामने आया है कि हफ्ते में सात बार भाप से नहाने वाले लोगों में उन लोगों की तुलना में आघात लगने का खतरा 61 प्रतिशत तक कम होता है, जो हफ्ते में केवल एक बार भाप से नहाते हैं। ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टोल के सेटर कुनुतसोर ने कहा, यह परिणाम बेहद महत्वपूर्ण हैं और लगातार भाप से नहाने के सेहत पर पड़ने वाले कई फायदों को दर्शातस हैं। विश्वभर में विकलांगता के प्रमुख कारणों में से आघात एक है, जिससे समाज पर आर्थिक और मानवीय बोझ पड़ता है। अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि जितने कम अंतराल पर भाप से स्नान किया जाएगा, उतना ही आघात का खतरा कम होता है। स्टीम बाथ पुरुषों और महिलाओं पर समान असर डालता है।
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