नई दिल्ली,नए साल यानी 2020 के आगाज में अब कुछ घंटों का समय बचा है. नए साल में आम लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ी कई चीजें महंगी होने वाली हैं. इसमें बाइक से लेकर बीमा तक शामिल है. आइए जानते हैं महंगी होने वाली कुछ चीजों के बारे में…
नए साल में मारुति समेत अधिकतर ऑटो कंपनियों ने कार या बाइक्स की कीमतें बढ़ा दी हैं. कहने का मतलब ये है कि अगर आप नए साल में कार या बाइक खरीदने की सोच रहे हैं तो आपको पहले के मुकाबले अब अधिक कीमत चुकानी होगी.
नए साल में 5 स्टार फ्रिज और AC की कीमत भी बढ़ने वाली है. दरअसल, 2020 में नया एनर्जी लेवलिंग नॉर्म्स लागू होने वाला है. इसके मुताबिक इलेक्ट्रॉनिक निर्माताओं को फाइव स्टार फ्रिज या एसी को कूलिंग के लिए पारंपरिक फोम की जगह वैक्यूम पैनल का इस्तेमाल करना पड़ेगा. इस नए नॉर्म्स के बाद फाइव स्टार फ्रिज या एसी करीब 6,000 रुपये तक महंगा होने की संभावना है.
बीमा कंपनियों को रेग्युलेट करने वाली संस्था इरडा के आदेशानुसार नए साल में जीवन बीमा पॉलीसी के नियम बदल जाएंगे. ये बदलाव केवल लिंक्ड, नॉन लिंक्ड जीवन बीमा पॉलीसी में होगा. नए नियम लागू होने के बाद प्रीमियम महंगा और गारंटीड रिटर्न थोड़ा कम होने की आशंका है.
नए साल में ट्रेन से सफर करना महंगा हो सकता है. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वी के यादव ने इस बात के संकेत दे दिए हैं कि रेलवे बोर्ड यात्री और माल ढुलाई भाड़े को मौजूदा हालात के हिसाब से तर्कसंगत बनाने जा रहा है. वी के यादव के मुताबिक जहां किराया कम है, वहां बढ़ाया जाएगा और जहां किराया ज्यादा है वहां कम किया जाएगा. उन्होंने कहा कि काफी दिनों से यात्री किराये में बढ़ोतरी नहीं हुई है, जबकि रेलवे का खर्च बढ़ता जा रहा है.
नए साल में आम लोगों को पेट्रोल और डीजल पर ”प्रीमियम” देना पड़ सकता है. दरअसल, तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोलियम मंत्रालय से वाहन ईंधनों के दाम बढ़ाने की ”प्रीमियम योजना” का समर्थन करने की अपील की है. खबर है कि सरकार इस मांग पर विचार भी कर रही है. अगर सरकार इस प्रस्ताव को स्वीकार करेगी तो उपभोक्ताओं को पेट्रोल और डीजल के खुदरा दाम पर क्रमश: 80 पैसे और 1.50 रुपये प्रति लीटर के करीब प्रीमियम अगले 5 साल तक चुकाना पड़ेगा. बता दें कि तेल कंपनियां हर दिन पेट्रोल और डीजल के दाम में मामूली कटौती या वृद्धि करती हैं.
नए साल में पारले और आईटीसी जैसी एफएमसीजी कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स के दाम बढ़ा या फिर पैकेट के आकार में बदलाव कर सकती हैं. कुछ महीनों पहले इस संबंध में एफएमसीजी कंपनियों ने संकेत भी दिए थे. कहने का मतलब ये है कि नए साल में स्नैक, नमकीन, फ्रोजेन फूड, केक, साबुन, रेडी टू ईट मील्स, बिस्किट समेत अन्य चीजें महंगी हो सकती हैं.