भिलाई। कुम्हारी स्थिति बिंदेश्वरी बघेल शासकीय महाविद्यालय में भारत के पूर्व राष्ट्रपति, महान दार्शनिक एवं आदर्श शिक्षक डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती को गरिमामय एवं उत्साहपूर्ण वातावरण में मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन व सरस्वती वंदना से की गई और उसके बाद डॉ. राधाकृष्णन के तस्वीर के सामने नमन करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की गयी।
इस अवसर पर विद्यार्थियों ने भी भावपूर्ण भाषण, कविताएं और गीत प्रस्तुत किए। जिनमें डॉ.राधाकृष्णन के व्यक्तित्व और शिक्षण-दर्शन का प्रभावशाली चित्रण हुआ। इस अवसर पर प्राचार्या डॉ. सोनिता सत्संगी ने कहा कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जीवन शिक्षा, संस्कार और मानवता का अनुपम उदाहरण है। उनके जन्म दिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने के पीछे यही कारण है कि उन्होंने शिक्षा को समाज और राष्ट्र निर्माण का सबसे सशक्त साधन माना। जब उनसे उनके जन्म दिवस पर बधाई दी गई तो उन्होंने कहा कि यदि आप वास्तव में मेरा सम्मान करना चाहते हैं तो इस दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाएं। यही परंपरा आज तक जारी है।
उन्होंने आगे कहा कि डॉ. राधाकृष्णन ने देश और समाज को नई दिशा दी। उनके विचार आज भी हमें यह प्रेरणा देते हैं कि हम अपने जीवन में शिक्षा और संस्कारों को आत्मसात करें । शिक्षक दिवस केवल एक दिन का उत्सव नहीं, बल्कि यह हर दिन की प्रेरणा है। प्राचार्य महोदया ने सभी विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे डॉ. राधाकृष्णन के आदर्शों को अपनाकर समाज और राष्ट्र की प्रगति में योगदान दें। कार्यक्रम का संचालन प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों के सहयोग से हुआ तथा अंत में आभार प्रदर्शन के साथ समारोह का सफल समापन किया गया।
