पटेल चौक पर जिला अध्यक्ष व पार्षदों के साथ पहुंची महापौर अलका बाघमार
दुर्ग। नगर पालिक निगम जिला प्रशासन द्वारा लागू की गई “नो-हेलमेट, नो-पेट्रोल” नीति को लेकर मंगलवार को दुर्ग शहर में एक जागरूकता अभियान चलाया गया। इस अभियान का नेतृत्व महापौर अलका बाघमार ने स्वयं किया। महापौर अलका बाघमार ने भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेंद्र कौशिक, एमआईसी सदस्य देव नारायण चंद्राकर, नीलेश अग्रवाल, लीलाधर पाल एवं पार्षदों के साथ पटेल चौक पहुंचीं और वहां दोपहिया चालकों को हेलमेट पहनने के महत्व के बारे में समझाया।
पटेल चौक पर महापौर ने भावनात्मक अपील करते हुए कहा ‘परिवार आपका इंतजार कर रहा है, हेलमेट जरूर पहनें। बिना हेलमेट पेट्रोल नहीं का प्रशासन ने नियम लागू किया है। पुलिस के इस प्रयास का हम सभी मिलकर सख्ती से पालन करेंगे। इस अवसर पर पार्षद संजय अग्रवाल,साजन जोसफे, गोविंद्र देवांगन, हेमन्त मटियारा, सुरेश गुप्ता के अलावा दुर्ग थाना प्रभारी सहित अन्य मौजूद रहें।
जीवन की सुरक्षा की गारंटी है हेलमेट
महापौर अलका बाघमार ने स्वयं आम जनता से मुलाकात की और कहा कि हेलमेट केवल एक सुरक्षा उपकरण नहीं है, बल्कि यह उनके और उनके परिवार के जीवन की सुरक्षा की गारंटी है। उन्होंने कई जरूरतमंद लोगों को हेलमेट भी बांटे और समझाया कि सड़क दुर्घटना के समय यह एक छोटी-सी ढाल कैसे बड़ी अनहोनी से बचा सकती है महापौर अलका बाघमार एवं जिला अध्यक्ष सुरेंद्र कौशिक ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आपका परिवार घर पर आपका इंतजार करता है। दुर्घटनाएं बताकर नहीं आतीं। छोटी सी लापरवाही किसी पूरे परिवार की खुशियों को छीन सकती है। जब भी घर से बाहर निकलें, हेलमेट जरूर पहनें। ‘सिर्फ दो मिनट के लिए जा रहा हूँ’ कहकर बिना हेलमेट निकलना आपके और परिवार दोनों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।”

पेट्रोल पंपों पर लागू होगा सख्ती से नियम
जिला प्रशासन ने हाल ही में यह आदेश जारी किया है कि अब किसी भी पेट्रोल पंप पर बिना हेलमेट के किसी भी दोपहिया चालक को पेट्रोल नहीं दिया जाएगा। इसके लिए पुलिस प्रशासन ने पेट्रोल पंप संचालकों से पूरी तरह सहयोग करने की अपील की है। इस संयुक्त पहल का उद्देश्य सिर्फ नियम लागू करना नहीं, बल्कि नागरिकों को यह संदेश देना है कि सड़क पर सुरक्षा से समझौता न करें। हेलमेट जीवन का बीमा है, जो दुर्घटना की स्थिति में परिवार को टूटने से बचा सकता है।