ShreeKanchanpathShreeKanchanpath
  • होम
  • छत्तीसगढ़
    • रायपुर
    • दुर्ग-भिलाई
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • स्पोर्ट्स
  • मनोरंजन
  • हेल्थ
  • E-Paper
Reading: जातीय संतुलन की रणनीति के तहत बीजेपी के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष हो सकते हैं मनोहर लाल खट्टर – डॉ अतुल मलिकराम (राजनीतिक रणनीतिकार)
Share
Notification Show More
Latest News
नवा रायपुर में बन रहा शहीद वीर नारायण सिंह संग्रहालय… , आदिवासी नायकों के संघर्ष एवं शौर्य के दृश्यों का दिखेगा जीवंत प्रदर्शन
July 19, 2025
स्मृति नगर, जुनवानी व खमरिया से आईआईटी तक बनेगी फोरलेन, 20 करोड़ से ज्यादा की मिली स्वीकृति
July 19, 2025
Bhilai Crime Breaking : पुल निर्माण में लगे मजदूर की हत्या, मध्यप्रदेश से आकर कर रहा था काम… जांच में जुटी पुलिस
July 19, 2025
मुख्यमंत्री साय आज करेंगे एस्पायर फार्मास्युटिकल के अत्याधुनिक इकाई का उद्घाटन… जानिए इसकी खास बातें
July 19, 2025
छत्तीसगढ़ ग्रोथ एंड स्टेबिलिटी फंड विधेयक 2025 विधानसभा में पारित, वित्तीय स्थिरता और विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
July 19, 2025
Aa
ShreeKanchanpathShreeKanchanpath
Aa
  • होम
  • छत्तीसगढ़
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • स्पोर्ट्स
  • मनोरंजन
  • हेल्थ
  • E-Paper
Search
  • होम
  • छत्तीसगढ़
    • रायपुर
    • दुर्ग-भिलाई
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • स्पोर्ट्स
  • मनोरंजन
  • हेल्थ
  • E-Paper
Follow US
© Copyright ShreeKanchanpath 2022 | All Rights Reserved | Made in India by Anurag Tiwari
Breaking NewsFeaturedMP NewsNationalPolitics

जातीय संतुलन की रणनीति के तहत बीजेपी के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष हो सकते हैं मनोहर लाल खट्टर – डॉ अतुल मलिकराम (राजनीतिक रणनीतिकार)

By Om Prakash Verma Published July 17, 2025
Share
जातीय संतुलन की रणनीति के तहत बीजेपी के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष हो सकते हैं मनोहर लाल खट्टर - डॉ अतुल मलिकराम (राजनीतिक रणनीतिकार)
जातीय संतुलन की रणनीति के तहत बीजेपी के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष हो सकते हैं मनोहर लाल खट्टर - डॉ अतुल मलिकराम (राजनीतिक रणनीतिकार)
SHARE

भारत के 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों यानी कुल 36 इकाइयों में भारतीय जनता पार्टी वर्तमान समय में 21 इकाइयों में सत्ता में है । इसका एक प्रत्यक्ष कारण प्रधानमंत्री मोदी को समझा जा सकता है लेकिन अप्रत्यक्ष कारणों में सबसे प्रमुख है जातीय संतुलन की रणनीति, जिसके बल पर बीजेपी लगभग आधे से अधिक भारतीय मानचित्र को भगवा करने में सफल रही है। दिल्ली हो, राजस्थान, मध्य प्रदेश या हरियाणा, यहाँ तक कि नार्थ ईस्ट के राज्यों से लेकर केंद्र शासित प्रदेशों तक, बीजेपी के सभी जातियों, समुदायों और क्षेत्रीय नेतृत्व को साथ लेकर चलने के फॉर्मूले ने, पार्टी को शीर्ष पर स्थापित कर दिया है। पार्टी ने एसटी, एससी, ओबीसी, अल्पसंख्यक समुदाय, सवर्ण, सिख व अन्य क्षेत्रीय समुदायों के नेताओं को मुख्यमंत्री और पार्टी के अन्य प्रमुख पदों पर नियुक्त करके, यह सुनिश्चित किया है कि संगठन में हर समुदाय का प्रतिनिधित्व और प्रभाव साफतौर पर नजर आए। हालांकि, इस रणनीति में पंजाबी समुदाय अभी तक बड़े पदों पर अपेक्षाकृत कम दिखाई दिया है। लेकिन इस कमी की पूर्ति, बीजेपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से कर सकती है, और संभवतः इस पद की जिम्मेदारी मनोहर लाल खट्टर को सौंपी जा सकती है, लेकिन सवाल है कि मनोहर लाल खट्टर या यूँ कहें कि पंजाबी ही क्यों?

बीजेपी ने विभिन्न सामाजिक समूहों को साधने के लिए अपने नेतृत्व में जातीय और क्षेत्रीय संतुलन को प्राथमिकता दी है। इसका उद्देश्य न केवल विभिन्न समुदायों के बीच विश्वास कायम करना है, बल्कि उनके वोट बैंक को भी मजबूत करना है। उदाहरण के लिए छत्तीसगढ़ में विष्णु देव साय को मुख्यमंत्री बनाया गया, जो अनुसूचित जनजाति से आते हैं। वहीं मध्य प्रदेश में मोहन यादव को और हरियाणा में नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया, जो ओबीसी वर्ग से आते हैं। मध्य प्रदेश में हाल ही में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त हुए हेमंत खंडेलवाल और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, दोनों ही वैश्य समाज से आते हैं। बीजेपी ने दलित समुदाय को भी प्रमुखता दी है। जैसे हरियाणा में पाल-गड़रिया समुदाय को ओबीसी से हटाकर अनुसूचित जाति में शामिल किया जाना।

सवर्ण समुदाय तो बीजेपी का फ्रंट फुट रहा है, जहां महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस और राजस्थान में भजनलाल शर्मा, दोनों ही ब्राह्मण हैं, को मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी दी गई। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की क्षत्रिय राजपूत वाली छवि तो किसी से छिपी ही नहीं है। इसके अतिरिक्त गोवा में प्रमोद सावंत, जो मराठा समुदाय से हैं, को मुख्यमंत्री बनाया गया। वहीं अल्पसंख्यक समुदाय की बात की जाए तो अरुणाचल प्रदेश में पेमा खांडू, जो बौद्ध समुदाय से हैं, को मुख्यमंत्री बनाया गया। हालांकि बीजेपी ने मुस्लिम समुदाय को अभी तक मुख्यमंत्री जैसे बड़े पदों पर नियुक्त नहीं किया है, लेकिन अल्पसंख्यक मोर्चा जैसे संगठनों के माध्यम से इस समुदाय को जोड़ने की कोशिश जरूर की है।

इन उदाहरणों से स्पष्ट है कि बीजेपी ने विभिन्न सामाजिक समूहों को साधने के लिए एक सोची-समझी रणनीति अपनाई है। पार्टी ने न केवल जातीय समीकरणों को ध्यान में रखा, बल्कि क्षेत्रीय संतुलन को भी प्राथमिकता दी है। वहीं पंजाबी समुदाय उत्तर भारत में एक महत्वपूर्ण सामाजिक और आर्थिक शक्ति रखता है। हालांकि, बीजेपी ने इस समुदाय को अभी तक बड़े पैमाने पर नेतृत्व के पदों पर कम प्रतिनिधित्व दिया है। लेकिन मनोहर लाल खट्टर, इस कमी को पूरा करने के लिए एक मजबूत उम्मीदवार हो सकते हैं। उनकी नियुक्ति से बीजेपी इस समुदाय को विशेष रूप से हरियाणा, पंजाब और दिल्ली जैसे क्षेत्रों में साधने में सफल रह सकती है।

अब वही सवाल कि खट्टर ही क्यों? तो इसके कई कारण हैं, पहला खट्टर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लंबा सहयोग। 1996 में जब मोदी हरियाणा के बीजेपी प्रभारी थे, तब खट्टर ने उनके साथ मिलकर काम किया था। खट्टर को मुख्यमंत्री बनाए जाने में भी मोदी की अहम भूमिका मानी जाती है। इसके अलावा खट्टर 1977 से आरएसएस के प्रचारक रहे हैं और 1994 में बीजेपी में शामिल हुए। उन्होंने हरियाणा में पार्टी के संगठनात्मक महासचिव के रूप में 2014 तक काम किया। हरियाणा में गैर-जाट मुख्यमंत्री के रूप में 2014 और 2019 में पार्टी को सफलता दिलाई, जिससे जाट-गैर-जाट राजनीति में संतुलन स्थापित हो सका। इसके अतिरिक्त उनकी छवि एक शांत, निर्णायक और अनुशासित नेता की है। यह कुछ ऐसे कारण हैं जो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष, दोनों ही दृष्टि से खट्टर को राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में सबसे उपयुक्त उम्मीदवार बनाते हैं।

You Might Also Like

नवा रायपुर में बन रहा शहीद वीर नारायण सिंह संग्रहालय… , आदिवासी नायकों के संघर्ष एवं शौर्य के दृश्यों का दिखेगा जीवंत प्रदर्शन

स्मृति नगर, जुनवानी व खमरिया से आईआईटी तक बनेगी फोरलेन, 20 करोड़ से ज्यादा की मिली स्वीकृति

Bhilai Crime Breaking : पुल निर्माण में लगे मजदूर की हत्या, मध्यप्रदेश से आकर कर रहा था काम… जांच में जुटी पुलिस

मुख्यमंत्री साय आज करेंगे एस्पायर फार्मास्युटिकल के अत्याधुनिक इकाई का उद्घाटन… जानिए इसकी खास बातें

छत्तीसगढ़ ग्रोथ एंड स्टेबिलिटी फंड विधेयक 2025 विधानसभा में पारित, वित्तीय स्थिरता और विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

Om Prakash Verma July 17, 2025
Share this Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Copy Link
Share
Previous Article CG Crime : घर में घुसकर दंपति पर कुल्हाड़ी से हमला, पत्नी की हालत गंभीर, आरोपी परिवार सहित फरार
Next Article सुरक्षा और सैनिक कल्याण के लिए सेना-सरकार में बढ़ा तालमेल, रायपुर में लेफ्टिनेंट जनरल शेखावत और सीएम साय की अहम बैठक सुरक्षा और सैनिक कल्याण के लिए सेना-सरकार में बढ़ा तालमेल, रायपुर में लेफ्टिनेंट जनरल शेखावत और सीएम साय की अहम बैठक
× Popup Image
भिलाई के सेक्टर 5 में तलवारबाजी घटना को अंजाम देने वालों में हिस्ट्री सीटर अमित जोश के जीजा लकी जॉर्ज और यशवंत नायडू का नाम आया सामने घटना के बाद क्षेत्र में दहशत पुलिस एक्शन मोड पर सूत्रों के अनुसार और घायल के परिजन के बयान के आधार पर बनाई गई इस खबर में .. पुलिस की तरफ से आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है लेकिन इस पूरे मामले में घायल ने दोनों आरोपियों का नाम बताया है#bhilai #news #seemantkashyap #amitjoes
Sector 5 में फ़िर कंIड Amit Joes का जीजा Lucky Jeorge और Naidu शामिल | Seemant Kashyap | KP News
Subscribe

Advertisement

Advertisement


RSS MP News Feed

  • पार्षद निधि से डोमशेड निर्माण का हुआ भूमि पूजन*
  • विद्युत क्षेत्रीय मुख्यालय दुर्ग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने मॉं के नाम किया वृक्षारोपण
  • बी.एड. चतुर्थ सेमेस्टर के घोषित नतीजों में भिलाई महिला महाविद्यालय के बी.एड. की छात्राओं का परिणाम शत-प्रतिशत*
  • Untitled
  • बिजली दरें बढ़ाना भाजपा सरकार की जनविरोधी मानसिकता को उजागर करता है – ताम्रध्वज साहू
  • सूरज है ब्लड कमांडो,12 वर्षों में हजारों जरुरतमंदो को रक्तदानकर दिया जीवनदान
  • * भिलाई वरिष्ठ नागरिक महासंघ की आमसभा एवं नई प्रबंधकारिणी का चुनाव 27 जुलाई को
  • पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर तंज और आरोप लगाने वाले आज अपने गिरेबान में झाकें – अजय
  • पद्मश्री स्व. डॉ. सुरेन्द्र दुबे को काव्यांजलि का आयोजन संयंत्र बिरादरी ने दी श्रद्धांजलि
  • भिलाई विद्यालय में वृक्षारोपण एवं शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन

You Might Also Like

नवा रायपुर में बन रहा शहीद वीर नारायण सिंह संग्रहालय… , आदिवासी नायकों के संघर्ष एवं शौर्य के दृश्यों का दिखेगा जीवंत प्रदर्शन

July 19, 2025

स्मृति नगर, जुनवानी व खमरिया से आईआईटी तक बनेगी फोरलेन, 20 करोड़ से ज्यादा की मिली स्वीकृति

July 19, 2025

Bhilai Crime Breaking : पुल निर्माण में लगे मजदूर की हत्या, मध्यप्रदेश से आकर कर रहा था काम… जांच में जुटी पुलिस

July 19, 2025

मुख्यमंत्री साय आज करेंगे एस्पायर फार्मास्युटिकल के अत्याधुनिक इकाई का उद्घाटन… जानिए इसकी खास बातें

July 19, 2025
Logo

छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक विश्वसनीय न्यूज पोर्टल है, जिसकी स्थापना देश एवं प्रदेश के प्रमुख विषयों और खबरों को सही तथ्यों के साथ आमजनों तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है। इसके साथ ही हम महत्वपूर्ण खबरों को अपने पाठकों तक सबसे पहले पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

क्विक लिंक्स

  • होम
  • E-Paper
  • Crime
  • Durg-Bhilai
  • Education

Follow Us

हमारे बारे में

एडिटर : राजेश अग्रवाल
पता : शॉप नं.-12, आकाशगंगा, सुपेला, भिलाई, दुर्ग, छत्तीसगढ़ – 490023
मोबाइल : 9303289950
ई-मेल : shreekanchanpath2010@gmail.com

© Copyright ShreeKanchanpath 2022 | All Rights Reserved | Made in India by Anurag Tiwari

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?