अहमदाबाद। 12 जून को एअर इंडिया का बोइंग 787-8 विमान अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे के एक बाद इसका सच सामने आया है। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) द्वारा शनिवार को जारी प्रारंभिक रिपोर्ट में कई अहम खुलासे किए हैं। रिपोर्ट में हादसे की वजह इंजनों के ईंधन का कट ऑफ होना बताया गया है। टेकऑफ के बाद ईंधन नहीं पहुंचने के कारण दोनों इंजन बंद हो गए और विमान हादसे का शिकार हो गया।
बता दें 12 जून को हुए एयर इंडिया के विमान क्रैश में कुल 260 लोगों की मौत हो गई थी। विमान में सवार 242 लोगों में से केवल एक व्यक्ति जीवित बचा था। जांच में रिपोर्ट में बताया गया कि विमान ने 12 जून की दोपहर 1:39 बजे रनवे 23 से उड़ान भरी थी। विमान का आखिरी सिग्नल 190 मीटर (625 फीट) की ऊंचाई पर मिला, जो उड़ान भरने के तुरंत बाद आया था। ईएएफआर रिकॉर्डिंग 08:09:11 बजे रुकी। इससे पहले लगभग 08:09:05 बजे एक पायलट ने ‘मेडे-मेडे’ की कॉल भेजी। इस पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने प्रतिक्रिया दी लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद विमान सीधे हॉस्टल बिल्डिंग से टकराया और दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

जानिए प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में क्या-क्या बातें सामने आई
- एएआईबी की 15 पन्नों की रिपोर्ट में पता चला है कि टेकऑफ के कुछ सेकंड ही बाद विमान के दोनों इंजन अचानक अपने-आप बंद हो गए थे, जिससे विमान क्रैश हो गया।
- विमान के 180 नॉट्स की अधिकतम इंडिकेटेड एयरस्पीड हासिल के तुरंत बाद इंजन-1 और इंजन-2 के फ्यूल कट-ऑफ स्विच (जो इंजन को ईंधन भेजते हैं) ‘रन’ से ‘कट ऑफ ’ की स्थिति में चले गए।
- इस दौरान पायलट सुमित सभरवाल ने अपने को-पायलट क्लाइव कुंदर से सवाल पूछा- तुमने इंजन ईंधन क्यों बंद किया? इसके जवाब में को-पायलट क्लाइव कुंदर ने कहा, मैंने नहीं किया।
- पायलटों ने इंजन को फिर से चालू करने का प्रयास किया। इंजन 1 ने तो फिर से चालू हो गया, लेकिन इंजन 2 फिर से चालू नहीं हो सका। जिसके बाद वह मेडिकल कॉलेज की इमारत से टकरा गया।
- ईएएफआर (विस्तारित एयरफ्रेम उड़ान रिकॉर्डर) डेटा से पता चला कि टक्कर के समय तक थ्रस्ट लीवर आगे (टेकऑफ थ्रस्ट) की स्थिति में ही बने रहे। दोनों फ्यूल कंट्रोल स्विच रन स्थिति में पाए गए। रिवर्सर लीवर मुड़े हुए थे, लेकिन स्टोव्ड स्थिति में (नीचे की ओर) थे।
- टेकऑफ के कुछ ही पलों बाद सीसीटीवी में देखा गया कि इमरजेंसी पावर सप्लाई सिस्टम- रैम एयर टर्बाइन (आरएटी) भी सक्रिय हो गया था और यह तभी होता है जब इंजन बंद हो जाएं।
- रिपोर्ट में विमान से पक्षियों के टकराने(बर्ड हिटिंग) की संभावना से इनकार किया गया है। रिपोर्ट में ये भी साफ किया गया है कि फ्यूल में किसी भी तरह की गड़बड़ी के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं।