भिलाई। ऑनलाइन फ्रॉड के प्रति अवेयरनेस के बीच शातिर ठग रोज नए नए तरीकों से ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। डिजिटल अरेस्ट के प्रति अभी लोग जागरुक हो रहे हैं और इस बीच पार्ट टाइम जॉब का ऑपर देकर ठगी की जा रही है। ताजा मामले में रिसाली की एक दंपति इस प्रकार पार्ट टाइम जॉब के झांसे में आकर 10 लाख से ज्यादा की रकम ठगों को दे बैठा। टेलीग्राम अकाउंट में आए मैसेज से इनके रुपए लुट गए। इस मामले में साइबर थाना दुर्ग रेंज में शिकायत की गई है। इस मामले में साइबर थाना दुर्ग रेंज द्वारा धारा 66D-आईएनएफ, 318(4)-बीएनएस, 336-बीएनएस के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया।
जॉब ऑफर के नाम पर ठगी यह घटना मैत्री नगर रिसाली निवासी स्वराज बेनर्जी व उसकी पत्नी प्रिया बेनर्जी के साथ हुई है। स्वराज बेनर्जी ने इस संबंध में शिकायत करते हुए बताया कि 25 जून को उसकी पत्नी प्रिया बेनर्जी के टेलीग्राम आईडी पर @Viddhisharma की आईडी से पार्ट टाईम जाब का मैंसेज आया। इसमें कहा गया कि जिसमें यूट्यूब का लिंक भेजेंगे, वीडियो देखकर लाईक एंव कमेंट कर उसका स्क्रीन शॉट लेकर एक अन्य टेलीग्राम आईडी @gemini_reception2 भेजना है। ऐसा करने पर @Viddhisharma आईडी से सैलरी कोड AG4506 दिया। उक्त सैलरी कोड को हमने @gemini_reception2 आईडी में भेजे। उसके बाद @gemini_reception2 आईडी में हमें काम समझाया गया एंव मेरे युपीआई आईडी में 150 रुपए मिल गए।

इस तरह से विश्वास में लेकर हमें बताया गया कि पूरे 32 टास्क पूरे करने हैं। इसके बाद एक टेलीग्राम आईडी में हमें एक लिंक भेजा गया। उस लिंक में जाकर विडियो को लाईक एंव कमेन्ट करके उसका स्क्रीन शाट लेकर टेलीग्राम आईडी @gemini_reception2 में भेजते थे। स्वराज बेनर्जी ने बताया कि उन्होंने उस आईडी में कुल 6 टास्क पूरे किए। इसके लिए 1010 रुपए लगाने कहा गया। 1010 रुपए अंजली के भेजे गये युपीआई आईडी में डाल दिये। फिर उन्हें एक नया टेलीग्राम आईडी का लिंक भेजा जिसके बाद हम उस दिये गये टेलीग्राम आईडी @GEMINI_Sandeep में लिंक के माध्यम से जुड़ गये। हमने टास्क कम्पलीट किया। इससे 1500 एंव 4310 रुपए मिले।

इसेक बाद आईडी के माध्यम से ही 28500 रुपए का फाईन देने कहा गया। कमाई होता देख स्वराज बेनर्जी ने 28500 रुपए युपीआई आईडी Himanshuforonlinework-1@okicici में डाल दिये। कुछ समय बाद खता फ्रीज होने का डर दिखाकर उनके द्वारा फिर से 78888 रुपए की मांग की गई। दंपति ने यह मांग भी पूरी कर दी। इसके बाद कभी क्रेडिट स्कोर कम होने की बात करते तो कभी कुछ। इस तरह लगातार रुपए की डिमांड होने लगी। इससे स्वराज बेनर्जी को लगने लगा कि उसके साथ फ्रॉउ हो रहा है। इसके बाद उन्होंने साइबर थाना में जाकर इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई। साथ ही उन्होंने कब कब कितने रुपए ट्रांसफर किए इसकी जानकारी भी साइबर पुलिस को दी है। फिलहाल इस मामले में साइबर पुलिस ने अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।