बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पुलिस को नक्सल मोर्चे पर एक और बड़ी कामयाबी मिली है। दस लाख रुपए के इनामी और कंपनी नंबर 02 के डिप्टी कमांडर राकेश समेत कुल 24 हार्डकोर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। इन सभी पर कुल 87.05 लाख का इनाम घोषित था। दो दिन पहले नक्सलियों के बड़े लीडर बसवराजु की मुठभेड़ में मौत हुई और अब इतनी बड़ी संख्या में सरेंडर ने सुरक्षाबलों का हौसला बुलंद कर दिया है।

बता दें कि वर्ष 2025 में अब तक कुल 227 माओवादियों ने किया पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण। वहीं वर्ष 2025 में अब तक कुल 237 माओवादियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं 119 माओवादियों को अलग-अलग मुठभेड़ में सुरक्षाबल के जवानों ने मार गिराया गया है। आत्मसमर्पण करने वाले सभी 24 माओवादी फायरिंग,आईडी ब्लास्ट,आगजनी जैसे अन्य घटनाओं में शामिल थे। सीआरपीएफ डीआईजी देवेन्द्र सिंह नेगी, पुलिस अधीक्षक डॉ.जितेन्द्र यादव,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यूलेण्डन यार्क, डीएसपी शरद जायसवाल,उप पुलिस अधीक्षक विनीत साहू एवं अन्य अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पण करने वाले सभी माओवादियों को अधिकारियों ने 50-50 हजार रुपये नगद राशि प्रदान किया।

सीएम साय ने कहा – हमारी पुनर्वास नीति का परिणाम
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के समक्ष 87 लाख 50 हजार रुपए के इनामी 24 हार्डकोर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इन आत्मसमर्पित नक्सलियों में से बीस पर ₹50 हजार से लेकर ₹10 लाख तक के इनाम घोषित थे। यह हमारी सरकार की नवीन आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति – 2025 एवं नियद नेल्ला नार योजना की सकारात्मक सफलता का प्रमाण है। अब नक्सली, उग्रवाद की राह छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं। इन आत्मसमर्पित नक्सलियों के पुनर्वास व पुनरुत्थान के लिए हम पूर्णतः प्रतिबद्ध हैं। यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व एवं माननीय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी के संकल्प के अनुरूप मार्च 2026 तक देश-प्रदेश से लाल आतंक का समूल नाश निश्चित है।
