रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर में 27 मार्च को 7 नकाबपोश डकैतों ने किसान परिवार पर पिस्टल और तलवार अड़ाकर 6 लाख की डकैती की। घटना के चार दिन बाद पुलिस ने सोमवार को मामले का खुलासा कर दिया। घटना का मास्टरमाइंड प्रार्थी किसान का एक परिचित निकला जो कि प्रार्थी की तरक्की से जलने लगा और लूट की पूरी योजना बना डाली।
बता दें यह डकैती किसान राधेलाल भारद्वाज के घर पर हुई थी। उसने थाना खरोरा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह ग्राम केवराडीह थाना खरोरा जिला रायपुर स्थित अपने मकान परिवार के साथ रहता है। पीड़ित राधेलाल ने बताया कि, घर में उनकी पत्नी, मां, एक बेटी और बहू थी। यह सभी अलग-अलग कमरे में सो रहे थे। 27 मार्च की रात करीब 2 बजे 7 आदमी आए। शोरगुल की आवाज सुनकर घर के अन्य लोग भी उठ गए। पीड़ित ने बताया कि, अचानक उनके कमरे में 2-3 लोग आ गए। हाथ में तलवार, बंदूक और चाकू लिए थे। गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी। पेटी का चाबी प्रार्थी की पत्नि से लेकर आलमारी व पेटी को खोलकर उसमें रखे सोने-चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम को लूट लिये

जिस पर प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा स्वयं घटना का स्थल का निरीक्षण कर क्राईम ब्रांच एवं थाना खरोरा पुलिस की 10 विशेष टीमों का गठन किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटना स्थल का बारिकी से निरीक्षण करने के उपरांत प्रार्थी, उसकी पत्नि एवं परिवार के अन्य सदस्यों से घटना के संबंध में तकनीकी रूप से विस्तृत पूछताछ करने के साथ तत्काल थानों एवं सरहदी जिलों में नाकेबंदी लगायी गयी, डॉग स्क्वाड, फोरेंसिक टीम एव क्राईम ब्रांच की टेक्निकल टीम को साक्ष्य जुटाने लगाया गया।

इस दौरान टीम के सदस्यों को तिल्दा नेवरा निवासी जितेन्द्र पाठक के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई, जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा जितेन्द्र पाठक की पतासाजी कर पूछताछ करने पर उसके द्वारा किसी भी प्रकार से अपराध में अपनी संलिप्तता नहीं होना बताकर टीम के सदस्यों को लगातार गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा था, कि प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर कड़ाई से पूछताछ करने पर जितेन्द्र पाठक द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर डकैती की उक्त घटना को अंजाम देना बताया गया। जिस पर क्राईम ब्रांच की अलग-अलग टीम के सदस्यों द्वारा मुंगेली, कबीरधाम, बलौदा बाजार, महासमुंद एवं रायपुर से प्रकरण में संलिप्त आरोपियों के ठिकानों पर एक साथ रेड कार्यवाही करते हुये पूछताछ के आधार पर प्रकरण में कुल 15 आरोपियों को पकड़ा गया।
पूरे घटना का मास्टर माइंड आरोपी देवराज डहरिया निवासी ग्राम केवराडीह थाना खरोरा है। आरोपी देवराज डहरिया का पूर्व में प्रार्थी राधेलाल भारद्वाज के घर आना-जाना था एवं प्रार्थी के पास जेसीबी, हार्वेस्टर एवं ट्रेक्टर वाहन है जिसमें वह कंस्ट्रकशन सहित अन्य कार्यो को संचालित कर कमायी करता है, जिससे प्रभावित होकर आरोपी देवराज डहरिया ने भी जेसीबी मशीन वाहन फायनेंस के माध्यम से क्रय कर लिया। जिससे आरोपी एवं प्रार्थी के मध्य व्यवसायिक मनमुटाव हो गया तथा दोनों एक-दूसरे से बात करना बंद कर दिसे। आरोपी देवराज डहरिया द्वारा प्रार्थी के उन्नति को देखकर जलन की भावना व द्वेष रखता था प्रार्थी के घर डकैती करने की योजना बना डाली।
आरोपी देवराज डहरिया से ईश्वर रामटेके एवं सोना बारमते उर्फ सोनू से संपर्क कर उन्हें बताया कि राधेलाल भारद्वाज अपने घर में 40 करोड़ रूपये नगदी एवं 16 किलो सोना रखा है। चापन (घर में सोये हुये लोगों को तांत्रिक पूजा पाठ के माध्यम से गहरी नींद में बेसुध करना) के माध्यम से पैसा एवं सोना को प्राप्त करना है, जिसेक लिए बैगा एवं अन्य व्यक्तियों की आवश्यकता होगी। जिस पर ईश्वर रामटेके द्वारा अलख निरंजन, सप्तऋषि एवं जितेन्द्र पाठक को इसकी जानकारी दी। जितेन्द्र पाठक ने किशन वर्मा, तिलक वर्मा एवं रूपेश साहू को बताया। रूपेश साहू द्वारा छत्रपाल उर्फ राजू को बताने पर छत्रपाल उर्फ राजू द्वारा पिंकू राजपूत, सूरज सेन, गज्जू चंद्रवंशी, साहिल खान, प्रकाश मिश्रा को बताया।
सभी ने योजना के अनुसार 27 मार्च को खरोरा में एकत्रित होकर एक साथ मिले तथा घटना को अंजाम देने 3 चारपहिया वाहन एवं 01 मोटर सायकल के माध्यम से प्रार्थी के मकान पास पहुंचे। अपने साथ चाकू, तलवार एवं डण्डा रखें थे। योजना के अनुसार प्रार्थी के मकान में गज्जू चंद्रवंशी, किशव वर्मा, छत्रपाल राजपूत, देवराज डहरिया, सूरज सेन, प्रकाश मिश्रा एवं 01 अन्य आरोपी के मकान अंदर प्रवेश किए। बाकी मकान के पीछे, सामने गेट एवं खेत की ओर रेकी कर रहे थे। इस प्रकार आरोपियों द्वारा डकैती की पूरी घटना क्रम को अंजाम दिया। इस मामले में 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से डकैती का सोने-चांदी के जेवरात, नगदी रकम तथा घटना में प्रयुक्त हथियार, मोटर सायकल एच एफ डीलक्स, स्वीफ्ट कार, टाटा हेक्सा वाहन, वेगन आर कार, 15 मोबाइल फोन जुमला कीमती लगभग 20 लाख रुपए जब्त किया गया है। प्रकरण में संलिप्त 3 आरोपी अभी फरार है, जिनकी पतासाजी की जा रही है।
गिरफ्तार आरोपी
- देवराज डहरिया पिता राजेन्द्र डहरिया उम्र 30 साल निवासी ग्राम केवराडीह थाना खरोरा जिला रायपुर।
- ईश्वर रामटेके पिता स्व. शंकर लाल रामटेके उम्र 66 साल निवासी प्रोफेसर कालोनी थाना पुरानी बस्ती रायपुर।
- सप्तऋषि राज पिता स्व. विशाल राज उम्र 52 साल निवासी ग्राम भठिया थाना खरोरा जिला रायपुर।
- अलख निरंजन रजक पिता स्व. चैत राज रजक उम्र 47 साल निवासी ग्राम अकोली थाना धरसींवा जिला रायपुर।
- जितेन्द्र पाठक पिता रमेश पाठक उम्र 33 साल निवासी ग्राम जलसो थाना तिल्दा नेवरा जिला रायपुर।
- तिलक वर्मा पिता स्व. आनंद राम वर्मा उम्र 58 साल निवासी ग्राम नरदहा थाना विधानसभा जिला रायपुर।
- किशन वर्मा पिता रामकुमार वर्मा उम्र 34 साल निवासी ग्राम बैकुण्ठ थाना तिल्दा नेवरा जिला रायपुर।
- रूपेश साहू पिता भीखम साहू उम्र 36 साल निवासी ग्राम लोहारसी थाना पलारी जिला बलौदा बाजार।
- पिंकू राजपूत पिता दिलीप राजपूत उम्र 20 साल निवासी ग्राम नवगटा थाना पिपरिया जिला कबीरधाम।
- सूरज सेन पिता अशोक सेन उम्र 25 साल निवासी ग्राम व पोस्ट धरमपुरा थाना पिपरिया जिला कबीरधाम।
- छत्रपाल राजपूत उर्फ राजू पिता नारायण राजपूत उम्र 27 साल निवासी ग्राम व पोस्ट धरमपुरा थाना पिपरिया जिला कबीरधाम।
- गज्जू चंद्रवंशी पिता बलुक चंद्रवंशी उम्र 25 साल ग्राम नवघटा पोस्ट पिपरिया थाना पिपरिया जिला कवर्धा जिला कबीरधाम।
- प्रकाश मिश्रा पिता ओम प्रकाश मिश्रा उम्र 31 साल निवासी पटवारी कालोनी थाना व जिला बलौदा बाजार।
- साहिल खान पिता नाजिर खान उम्र 27 साल निवासी ग्राम कांपा थाना तुमगांव जिला महासमुंद।
- सोना बारमते उर्फ सोनू पिता स्व. विश्राम बारमते उम्र 35 साल निवासी ग्राम उमरिया पोस्ट बाउली थाना सरगांव जिला मुंगेली।