बटईकेला (चुल्हापानी) में हुई हत्या का आरोपी जशपुर पुलिस के हत्थे चढ़ा, दो दिन से पुलिस कर रही थी तलाश
जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में दो दिन पहले हुए एक हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के बाद आरोपी फरार होकर रायगढ़ में छिपा हुआ था। पुलिस की टीम दो दिनों से उसे तलाश रही थी। आखिर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी बलसाय पैंकरा को पुलिस ने गुरुवार को न्यायालय में पेश किया और वहां से जेल भेज दिया। हत्या की वजह मृतक की पत्नी के मजदूरी के पैसों को लेकर विवाद था।
पुलिस के अनुसार 11 नवंबर की शाम लगभग 6:30 बजे ठीरू राम नागवंशी (38) अपने गांव बटईकेला के खेत तरफ से झाडू में इस्तेमाल करने की घांस को अपने सायकल के पीछे तरफ ढोकर आ रहा था। केंवटीनडाड़ के पीएमजीएसवाई के पास आम रास्ता में पहुंचने पर किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसके मुंह पर नुकीली वस्तु से वार कर हत्या कर दी और फरार हो गया। इस मामले में मृतक के भाई हीरू राम नागवंशी (35) की रिपोर्ट पर अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध थाना कांसाबेल में BNS की धारा 103(1) का अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया है।
पतासाजी के लिए टीम गठित
प्रकरण में पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनी द्वारा उप पुलिस अधीक्षक विजय राजपूत एवं थाना प्रभारी कांसाबेल के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित कर आरोपी की पतासाजी एवं गिरफ्तारी के निर्देश दिये गये, टीम में सायबर सेल को भी सम्मिलित किया गया। विवेचना दौरान ज्ञात हुआ कि मृतक ठीरू राम नागवंशी के परिवार की आर्थिक स्थिति सही नहीं होने से लगभग 02 साल पूर्व मृतक की पत्नी और उसी गांव का रहने वाला बलसाय पैंकरा रायगढ़ में ज्यादा मजदूरी मिलने की चाह में गए।
पत्नी की मजदूरी के रुपए को लेकर विवाद
बताया जा रहा है कि काम लेने के बाद ठीरू राम की पत्नी को बलसाय पैंकरा ने मजदूरी का पैसा नहीं दिया। खुद ही उसका पूरा पैसा रख लिया। इस बात को लेकर ठीरू राम नागवंशी एवं बलसाय पैंकरा के बीच विवाद होता रहता था। लगभग 05 माह पूर्व भी दोनों के मध्य मजदूरी के पैसों को लेकर विवाद था, एवं इसको लेकर हीरू राम नागवंशी तथा ठीरू राम नागवंशी दोनों मिलकर बलसाय पैंकरा पिटाई की थी। इसके बाद बलसाय पैंकरा ने धमकी दी थी कि जिस दिन मौका मिलेगा दोनों भाईयों का मार डालूंगा।
हत्या के बाद से फरार था संदिग्ध
बालसाय पैंकरा की मृतक व उसके भाई से विवाद की बात सामने आने के बाद पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की। इस दौरान पुलिस को पता चला बालसाय घटना के दिन से ही फरार है। पुलिस को उस पर शक और बढ़ गया। पुलिस टीम द्वारा इसी आधार पर प्रकरण के संदेही बलसाय पैंकरा की पता-तलाश की जा रही थी। इसदौरान मुखबिर से बलसाय पैंकरा के ग्राम केरजू थाना सीतापुर क्षेत्र में जाने की सूचना मिली। पुलिस टीम द्वारा उसका पीछा करने पर वह वहां से कहीं भाग गया, इस पर रायगढ़ जिला के थानों एवं पत्थलगांव में नाकाबंदी कर फरार संदेही बलसाय पैंकरा की सरगर्मी से तलाश की जा रही थी।
रायगढ़ से पकड़ाया आरोपी
पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह निर्देशन में उप पुलिस अधीक्षक विजय राजपूत एवं रायगढ़ पुलिस से उप पुलिस अधीक्षक अभिनव उपाध्याय एवं उनकी टीम द्वारा संयुक्त रूप से प्लानिंग कर दबिश देकर बलसाय पैंकरा को बीती रात पूंजीपथरा ईलाके के एक घर से हिरासत में लेकर थाने लाया गया। पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। आरोपी ने बताया कि 10 नवंबर को वह अपनी बाइक से 3 बार ठीरू राम नागवंशी के घर के आस-पास गया था, लेकिन उसे मौका नहीं मिला। दूसरे दिन शाम को ठीरू राम नागवंशी अकेला घास को ढोकर रास्ते में आ रहा था, इसी दौरान मौका देखकर बलसाय पैंकरा उसके पास गया और डंडे से वार कर दिया। डंडे के वार से ठीरू राम संभल नहीं पाया। इसके बाद आरोपी लगातार उसपर प्रहार करता रहा। जब वह जमीन पर गिर गया तो अपने पर रखे लौहे का दौली से उसके मुंह पर भी वार कर दिया। इससे ठीरू की मौके पर ही मौत हो गई और आरोपी बालसाय रायगढ़ भाग गया। इस पूरी कार्रवाई में निरीक्षक गौरव पांडेय, उप निरीक्षक नसरूद्दीन अंसारी, एएसआई नीता कुर्रे, राजेश यादव, प्रधान आरक्षक विनोद केरकेट्टा, आरक्षक गोविन्द नायक, प्रशांत पैंकरा, शरतचंद बेहरा, शिवचंद भगत, महिला आरक्षक मुधरवीणा खाखा, ग्लोरिया तिर्की का योगदान रहा।