इटावा (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में हुई सनसनीखेज वारदात को जिसने भी पढ़ा वो सन्न रह गया। इटावा के मोहल्ला लालपुरा के एक सराफा कारोबारी के घर में सोमवार रात पत्नी और तीन बच्चे मृत पाए गए। कारोबारी जब आत्महत्या करने के लिए रेलवे स्टेशन के पास रेल ट्रैक पर पहुंचा तो जीआरपी ने उसे पकड़ लिया। कारोबारी को पकड़े जाने के बाद घटना का खुलासा हुआ। कारोबारी ने बताया कि आठ-दस साल से कुछ घरेलू उलझन चल रही थी, जिसे वह शेयर नहीं कर पा रहा था। दो साल से परेशानी और अधिक बढ़ गई थी। पत्नी ने पूछा था कि क्या हुआ क्यों टेंशन में हो? मैंने कहा था कि ऐसा मन कर रहा है मैं खत्म हो जाऊं। इस पर पत्नी ने कहा था कि अगर ऐसा तो हमें भी संग ले चलना।
करवा चौथ के दिन जा रहा था मरने
कारोबारी ने बताया कि वह अकेला करवा चौथ वाले दिन मरने जा रहा था, लेकिन उस दिन पत्नी ने रोक दिया। बोली अभी करवा चौथ हो जाने दो बाकी बाद में मरने का दिमाग लगाना अभी मत करो। दो दिन पहले मैं कानपुर से लौटा उसके बाद मरने की पूरी व्यवस्था बनाई गई। पत्नी ने कहा था कि कुछ ऐसा दे दो ताकि मरने में तकलीफ कम हो। इस पर मैंने नींद की गोली दी क्योंकि मेरी पहली पत्नी ने भी मरने से पहले सबके सामने नींद की गोली ली थी।
मरने से पहले बच्चों ने पूछा था- पापा ये क्या कर रहे हो?
हत्यारे ने बताया कि सबसे पहले पत्नी की मौत हुई फिर बच्चों की। मैं भी मरने गया था लेकिन बच गया। कारोबारी ने बताया कि उसने खुद पत्नी का गला रस्सी से घोंटा। पत्नी ने इससे पहले फंदा लगाकर मारने की कोशिश की थी लेकिन नींद की गोली लेने की वजह से सीधी खड़ी नहीं हो पा रही थी। उसने कहा मुझे लेट जाने दो फिर जैसे मर्जी मार देना। इसे बाद मैंने बच्चों का भी गला रस्सी से घोंट दिया। इस दौरान बच्चों ने मुझसे पूछा भी था कि पापा ये क्या कर रहे है? मैंने कहा बेटा मैं आप लोगों को अकेला छोड़कर नहीं पाया तो संग लेकर जा रहा हूं। लेकिन मैं बच गया। मेरे ऊपर से सात डिब्बे गुजर गए फिर भी बच गया।
ये है मामला
सोमवार रात इटावा जिले में मोहल्ला लालपुरा के एक सराफा कारोबारी को जीआरपी ने आत्महत्या के प्रयास में जंक्शन के पास स्थित रेलवे ट्रैक से पकड़ लिया। पूछताछ करने पर उक्त व्यक्ति की पत्नी और तीन बच्चों की मौत की जानकारी मिली। इस पर पुलिस में खलबली मच गई। लगभग 10 बजे घर पहुंची पुलिस को महिला और उसके तीन बच्चे मृत अवस्था में पड़े मिले। पूछताछ में यह भी पता चला है कि पति ने ही पत्नी और बेटी के फोन पर स्टेटस लगाकर और 112 पर पुलिस को पत्नी, तीनों बच्चों के जहर खाकर जान देने की जानकारी दी थी।
पत्नी और बेटी के फोन पर लगाया मौत का स्टेटस
कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला लालपुरा में सराफा कारोबारी मुकेश वर्मा (45) संयुक्त परिवार के साथ रहते है। तीन भाइयों का परिवार भी इसी घर में रहता है। सोमवार रात करीब 08:20 मिनट पर मुकेश ने अपनी पत्नी रेखा और बेटी के फोन पर उनकी मौत का स्टेटस लगाया।
पुलिस ने मुकेश को सुसाइड का प्रयास करते पकड़ा
बताते हैं कि इस बीच उसने 112 नंबर पर पत्नी रेखा, बड़ी बेटी भाव्या (19), काव्या (17), अभीष्ट (13) के जहर खाकर मरने की सूचना दी और फोन स्विच ऑफ कर लिया। कोतवाली पुलिस सूचना देने वाले की तलाश ही कर रही थी कि इस दौरान लगभग नौ बजे जीआरपी ने जंक्शन स्टेशन के पास से मुकेश को आत्महत्या करने का प्रयास करते हुए पकड़ लिया।
भूतल पर मिले रेखा, भाव्या और बेटे अभीष्ट के शव
पूछताछ में आरोपी ने अपने पत्नी और बच्चों के मरने की जानकारी दी। इस पर करीब 10 बजे कोतवाली पुलिस घर पर पहुंचे। घर के भूतल पर बने कमरे में पुलिस को रेखा, भाव्या और बेटे अभीष्ट के शव पड़े मिले, जबकि पहली मंजिल पर बने कमरे में काव्या का शव पड़ा मिला।