भिलाई। दुर्ग संभाग में 16 नवंबर से पुलिस आरक्षक भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ हो रही है, जिसके लिए प्रवेश-पत्र जारी करने की प्रक्रिया जारी है। इस बीच दुर्ग रेंज के आईजी राम गोपाल गर्ग ने संभाग के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को पुलिस भर्ती प्रक्रिया के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। पूर्व में असामाजिक तत्वों द्वारा भर्ती के प्रतिभागियों को दिग्भ्रमित कर पुलिस भर्ती या अन्य भर्तियो में नियुक्ति दिलाये जाने के नाम से पैसों के लेने की शिकायतें प्राप्त होती रही हैं। इसे देखते हुए आईजी ने ऐसे लोगों पर नजर रखने व कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
आईजी रामगोपाल गर्ग ने दुर्ग, बालोद और बेमेतरा एसपी को इस संबंध में दिशा निर्देश देते हुए पुलिस भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने कहा है। आईजी गर्ग ने कहा है कि यदि जिले में किसी असामाजिक तत्व या किसी पुलिसकर्मी के विरूद्ध इस तरह की कोई शिकायत प्राप्त होती है तो तत्काल कार्यवाही किया जाना सुनिश्चित किया जाये तथा जिले में नागरिकों को जागरूक करने हेतु जागरूकता अभियान भी चलाया जाये, जिसमें आमजन को यह स्पष्ट किया जाये कि भर्ती प्रक्रिया में भाग लेने वाले अभ्यार्थियों की नियुक्ति नियमों के अधीन उनकी योग्यता एवं दक्षता के अनुरूप ही होगी। आईजी ने कहा कि पुलिस अधीक्षक, दुर्ग एवं भर्ती समिति अध्यक्ष यह सुनिश्चित करें कि भर्ती प्रकिया में नियमों का पूर्ण पालन हो तथा भर्ती में पूर्ण निष्पक्षता एवं पारदर्शिता का पालन किया जाना सुनिश्चित किया जाये।
इस संबंध में दुर्ग एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने लोगों ने अपील करते हुए कहा है कि किसी भी प्रकार का प्रलोभन देने वाले दलालों या असामाजिक तत्वों के बहकावे में न आये। यदि किसी व्यक्ति द्वारा भर्ती कराने के नाम पर पैसे की मांग की जाती है तो यह एक एक गंभीर अपराध है एवं इसकी सूचना तत्काल पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को सीधे दी जा सकती है। भर्ती कराने के नाम पर भ्रष्टाचार कर पैसे लेने वाला व्यक्ति जितना दोषी है, इस कृत्य में पैसे देने वाला व्यक्ति भी दोषी होता है एवं उन पर अपराधिक कार्यवाही का प्रावधान है। इसलिए भर्ती के नाम पर किसी भी प्रकार के झांसे में न आये।