मुख्य आरोपी कुलदीप साहू के साथ एनएसयुआई सूरजपुर जिला अध्यक्ष चंद्रकांत चौधरी भी इस हत्याकांड में शामिल
आईजी अंकित गर्ग ने पूरे मामले का किया खुलासा, सभी आरोपियों को भेजा गया जेल
सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में हेड कॉन्स्टेबल तालिब शेख की पत्नी और बेटी की हत्या के मामले में पुलिस ने सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी कुलदीप साहू के साथ इस हत्याकांड में सूरजपुर जिला एनएसयूआई चंद्रकांत चौधरी उर्फ सीके चौधरी, आर्यन विष्वकर्मा, फुल सिंह उर्फ रिन्कू सिंह और सूरज साहू शामिल रहे। बुधवार को आईजी अंकित गर्ग ने इस बहुचर्चित हत्याकांड का विस्ताव पूर्वक खुलासा किया और वारदात की मुख्य वजह भी बताई। पुलिस ने सभी पांचों आरोपियों को पर्याप्त सुबूत पाए जाने के बाद विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया और वहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
आईजी अंकित गर्ग ने बताया कि, हेड कॉन्स्टेबल तालिब शेख के घर आरोपी कुलदीप साहू, सीके चौधरी और रिंकू सिंह गए थे। हेड कॉन्स्टेबल की पत्नी और बेटी की सब्जी काटने वाले चाकू से हत्या की गई। दोनों के शरीर पर चाकू से कई वार किए जाने के निशान मिले हैं। 13 अक्टूबर की रात जब तालिब शेख अपने घर पहुंचे तो वहां सीढ़ियों पर खून बिखरा था। घर में उनकी पत्नी मेहनाज और बेटी आलिया नहीं थे। सामान बिखरा पड़ा था। जगह-जगह खून देख उन्होंने इसकी सूचना थाने में दी। IG ने बताया कि तालिब को मारने आरोपी गए थे, वह नहीं मिले तो उनकी पत्नी-बेटी की हत्या कर दी।
जानिए क्या था पूरा घटनाक्रम
रविवार की रात में कुलदीप साहू अपने साथियों आर्यन विश्वकर्मा उर्फ गोल्डी, चन्द्रकांत चौधरी उर्फ सीके एवं रिंकू सिंह के साथ पुराने बस स्टैंड सूरजपुर पर बैठा हुआ था। लगभग रात्रि नौ बजे थाना सूरजपुर के आरक्षक क्रमांक 734 घनश्याम सोनवानी पुराने बस स्टैंड की ओर गया। इस दौरान आरक्षक ने उसे देख लिया और कुलदीप साहू को पकड़ने का प्रयास किया, जिस पर कुलदीप साहू ने आरक्षक के ऊपर कड़ाही का खौलता तेल फेंककर गंभीर रूप से घायल कर दिया। इसके बाद आरोपी के धर पकड़ के लिये तत्काल थाना में उपलब्ध बल को एकत्रित किया गया। जिसमें प्रधान आरक्षक तालिब शेख, उदय सिंह व अन्य पुलिसकर्मी पुराना बस स्टैण्ड एवं थाना सूरजपुर के आसपास आरोपियों की पतासाजी कर रहे थे। इसी बीच आरोपी कुलदीप साहू द्वारा अपने साथियों आर्यन विश्वकर्मा उर्फ गोल्डी, चन्द्रकांत चौधरी उर्फ सीके, रिंकू सिंह के साथ रात्रि करीब 10 बजे पुलिसकर्मियों को स्वीफ्ट डिजायर कार क्रमांक सीजी 29 एडी 5666 में कुचलकर हत्या का प्रयास किया।
पुलिस पार्टी द्वारा उक्त वाहन का पीछा करने का प्रयास किया गया। परन्तु दुर्गा विसर्जन के कारण मार्ग पर भीड़ होने के कारण आरोपी अपने साथियों सहित पुलिस को चकमा देकर भाग निकलने में सफल रहा। इधर आधीरात को प्रधान आरक्षक तालिब शेख महगवां चौक स्थित अपने निवास पर गया। जहां उसके घर की सीढ़ियों पर खून बिखरा हुआ था, जिससे उसे अनहोनी की आशंका हुई। घर के अंदर जाने पर प्रधान आरक्षक की पत्नी एवं नाबालिक पुत्री घर पर नहीं थे। घर में सामान बिखरा पड़ा था और अत्यधिक मात्रा में जगह-जगह खून के छीटे पड़े हुए थे। जिस पर प्रधान आरक्षक द्वारा तत्काल इसकी सूचना थाना में दी गई। पुलिस द्वारा आरोपी कुलदीप साहू एवं उसके अन्य साथियों की पता तलाश किया जा रहा था इसी दौरान उक्त संदिग्ध स्वीफ्ट डिजायर कार के देखे जाने पर पुलिस द्वारा उसका पीछा कर घेराबंदी की कोशिश की गई किन्तु आरोपी पुलिस को चकमा देकर वहां से भाग निकलने में सफल रहा। थाना प्रभारी विश्रामपुर निरीक्षक अलरिक लकड़ा व पुलिस टीम के द्वारा वाहन का लगातार पीछा किया जा रहा था इसी दौरान ग्राम करवां, चौकी लटोरी के पास आरोपी द्वारा पुलिस पार्टी पर फायरिंग की गई जिसके जवाब में पुलिस बल द्वारा भी सुरक्षार्थ फायर किया गया परन्तु आरोपी रात्रि में अंधेरे होने का लाभ उठाकर गाड़ी छोडकर फरार हो गया।
दूसरे दिन मिले थे दोनों के शव
सोमवार को थाना सूरजपुर पुलिस को सूचना मिला कि ग्राम पीढ़ा में दो अज्ञात शव पड़ा हुआ है। जिस पर पुलिस द्वारा शव की शिनाख्त प्रधान आरक्षक की पत्नी एवं नाबालिक पुत्री के रूप में की गई। वही मामले की सूचना पर एफएसएल अम्बिकापुर की टीम के द्वारा घटना स्थल का सूक्ष्मता से परीक्षण किया गया तथा घटना स्थल से खून से सने चाकू एवं मृतका व उसकी पुत्री का खून लगे कपड़े भी बरामद किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज सरगुजा द्वारा सूरजपुर पहुंचकर मौके का जायजा लिये और घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों की धरपकड़ के लिए कई पुलिस टीमों को लगाया और पूरी कार्रवाई की लगातार मानिटरिंग करते रहे। आरोपियों को पकड़ने विभिन्न टीमें बनाकर आरोपियों के पतासाजी एवं दबिश हेतु टीम रवाना किया गया तथा तत्काल प्रकरण के संदेहियों तथा आरोपी के परिचितों को तलब कर कडाई से पूछताछ की गई।
बलरामपुर में पकडा गया कुलदीप साहू
इसी दौरान आरोपी कुलदीप साहू को बलरामपुर पुलिस द्वारा गढवा झारखण्ड से बस से आने के दौरान बलरामपुर में पकडा गया। जिसे सूरजपुर पुलिस के द्वारा कड़ी सुरक्षा के बीच लाया गया। बारीकी से पूछताछ पर आरोपी कुलदीप साहू ने घटना के सहयोगी आर्यन विष्वकर्मा उर्फ गोल्डी, चन्द्रकांत चौधरी उर्फ सीके एवं रिंकू सिंह के साथ मिलकर आरक्षक धनश्याम सोनवानी पर गर्म तेल फेंकना, पुलिसकर्मियों को गाडी से कुचलने का प्रयास करना, प्रधान आरक्षक तालिब शेख के घर जाकर उसकी पत्नी व बच्ची नृशंस तरीके से हत्या करना तथा शव को ग्राम पीढा थाना सूरजपुर में फेंक कर साक्ष्य छिपाने के लिए गाडी धोने का कृत्य करना तथा आरोपी कुलदीप साहू द्वारा भागने के दौरान पुलिस बल पर फायिरंग कर भागने की बात स्वीकारी है। इसके अतिरिक्त एक अन्य आरोपी सूरज साहू द्वारा आरोपियों को गांव से भागने में मदद करना भी बताया है। आरोपियों के निशानदेही पर घटना कारित करने के दौरान खून लगे कपडे तथा चप्पल जप्त किया गया है।