भिलाई। सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों की संस्थ लघु उद्योग भारती की वार्षिक बैठक में छत्तीसगढ़ व मध्यप्रदेश के उद्यमी भिलाई पहुंचेंगे। 18 अक्टूबर को खुर्सीपार स्थित अग्रसेन भवन में विर्षिक बैठक का आयोजन किया जा रहा है। इस बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी। इस कार्यक्रम में उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन, वित्त मंत्री ओम प्रकाश चौधरी शामिल होंगे। इस कार्यक्रम की संयोजिका सीपी दुबे, जिला दुर्ग, तथा सहसंयोजक दीपक उपाध्याय (जिला बालोद), योगेश पटेल (जिला रायपुर) और कैलाश चंद्रवंशी (जिला कबीरधाम) रहेंगे।
बैठक में प्रकाश चंद्र (अखिल भारतीय संगठन मंत्री), घनश्याम ओझा (अखिल भारतीय अध्यक्ष), समीर मुंदरा (अखिल भारतीय कोषाध्यक्ष), राजेश मिश्रा (अध्यक्ष, मध्यप्रदेश), अरुण सोनी (महामंत्री, मध्यप्रदेश), पुरुषोत्तम पटेल (अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य, छत्तीसगढ़), ओम प्रकाश सिंघानिया (अध्यक्ष, छत्तीसगढ़) व सीपी दुबे (महामंत्री, छत्तीसगढ़) आदि शामिल रहेंगे।
बैठक का समय सुबह 10:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक निर्धारित किया गया है। इसके बाद दोपहर 2:00 बजे से 3:00 बजे तक MSME और उद्यमियों का सम्मेलन आयोजित होगा, जिसमें एमएसएमई रायपुर के प्रमुख अधिकारियों के साथ ही डीआईसी, जेम GEM, और पोस्ट ऑफिस एक्सपोर्ट डिवीजन के विशिष्ट अतिथियों का भी सम्मिलन होना होगा। समारोह का अंतिम सत्र, जो दोपहर 3:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक होगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी के नेतृत्व में उद्यमियों का सम्मेलन होगा।
कार्यक्रम में मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ के सभी जिलों से बहुत से उद्यमी सम्मिलित होंगे। जिनमें प्रमुख ज़िले दुर्ग, रायपुर, राजनांदगांव, बिलासपुर, रायगढ़, बेमेतरा, बालोद, भाटापारा , कोरबा, धमतरी, महासमुन्द ,कबीरधाम, जांजगीर चांपा,अम्बिकापुर, जशपुर, बस्तर इत्यादि हैं। इस महत्वपूर्ण अवसर पर सभी उद्यमियों और उद्योग संगठनों से उपस्थिति की अपील की जाती है, ताकि वे इस मंच के माध्यम से अपने विचार साझा कर सकें और विकास की दिशा में योगदान दे सकें। यह जानकारी कमल शर्मा ने दी।
लघु उद्योग भारती, जो 1994 में स्थापित हुआ था, सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों के हितों की रक्षा के लिए समर्पित एकमात्र अखिल भारतीय संगठन है। यह संगठन देशभर में फैली अपनी इकाइयों के माध्यम से सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए स्थानीय औद्योगिक संगठनों के साथ समन्वय बनाते हुए जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कार्य कर रहा है। इसके साथ ही, संगठन राज्य और केंद्र सरकार को समय-समय पर उद्योग हित में सुझाव देकर नीतियों के निर्धारण में योगदान देता है।
लघु उद्योग भारती का उद्देश्य उद्यमिता का विकास करना, स्वरोजगार को प्रोत्साहित करना, आयात को कम करना, निर्यात को बढ़ावा देना और श्रमिकों के लिए रोजगार के अवसरों का सृजन करना है। पर्यावरण संरक्षण और सेवा कार्यों में भी संगठन अग्रणी भूमिका निभा रहा है। संगठन के अखिल भारतीय, प्रदेश, अंचल/प्रांत और इकाई स्तर पर प्रति दो वर्ष में चुनाव या सर्वसम्मति से पदाधिकारियों का चयन किया जाता है।