भिलाई। दुर्ग जिले के उतई थाना क्षेत्र में 9 अक्टूबर को हुई हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उतई पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। आरोपियों ने पुरानी रंजिश की बात करते हुए कटर, लोहे का सरिया आदि से वारकर हत्या की घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त लोहे के राड, धारदार कटर और बाइक जब्त किया है।
उतई पुलिस के अनुसार 9 अक्टूबर को ग्राम पुरई निवासी सुशीला सिन्हा ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई। उसने बताया कि वह 9 अक्टूबर को दुर्गा देखकर 8 बजे अपने घर वापस आई। उसने पति द्वारिका प्रसाद सिन्हाको बताकर खाना बनाने लगी। द्वारिका प्रसाद सिन्हा पीछे से आता हूं कहकर गया। कुछ देर बाद उसके पति और किशन उर्फ छोटू राजपूत के साथ विवाद हो रहा था। द्वारिका प्रसाद सिन्हा किशन उर्फ छोटू राजपूत से कह रहा था कि तुम मेरी पत्नी को फोन मत लगाया करो, मेरे घर के आसपास बिना मतलब के मत आया करो।

यह धीरे धीरे वाद विवाद में बदल गया और किशन उर्फ छोटू राजपूत ने पुरानी रंजीश की बात को लेकर द्वारिका को धमकी दी। उसने अपने साथी गणेश और जयसिंग के साथ मिलकर द्वारिका प्रसाद सिन्हा को लोहे के सरिया, धारदार कटर व बेल्ट से ताबड़ तोड़ हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल द्वारिका को शासकीय अस्पताल उतई ले जाने पर डॉक्टर द्वारा मृत घोषित कर दिया। प्रार्थिया की रिपोर्ट पर धारा 103, 3(5) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

हत्या के बाद आरोपी फरार हो गए थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी जितेन्द्र शुक्ला निर्देश पर एसडीओपी आशीष कुमार बंछोर द्वारा त्वरित करने कहा गया। इसके बाद विशेष टीम का गठन कर आरोपियों की तलाश शुरू की गई। पता तलाश करने पर आरोपी किशन उर्फ छोटू राजपूत, गणेश नायक एवं जयसिंग बांधे को हिरासत लिया गया। पूछताछ में तीनों ने वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया। इस पूरे मामले में थाना प्रभारी उतई निरीक्षक विपिन रंगारी, उप निरीक्षक कमल सिंह सेंगर, प्रमोद सिन्हा, एएसआई अश्वनी कुमार, नेमन सिंह साहू, प्रधान आरक्षक महेश देवांगन, आरक्षक भूपेन्द्र साहू, कृष्णा बंजारे, धु्रव नारायण चन्द्राकर, अंकित सिंह, हुलेश्वर साहू, छगन लाल तथा एसीसीयू से आरक्षक अजय ढीमर, शिव मिश्रा एवं उपेन्द्र यादव की सराहनीय भूमिका रही।