रायपुर। छत्तीसगढ़ में जल जीवन मिशन के तहत घरों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए नि:शुल्क घरेलू नल कनेक्शन देने का अभियान जोर-शोर से चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत 50 लाख 05 हजार 147 परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन दिया जाना है। फिलहाल 39 लाख 50 हजार 400 घरेलू नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। प्रदेश की विष्णुदेव साय सरकार के भागीरथ प्रयासों के चलते घर-घर पानी पहुंच रहा है, जिससे लाखों चेहरों पर मुस्कान है और ये परिवार सरकार और सरकारी मशीनरी को साधुवाद दे रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में सबसे ज्यादा 1 लाख 96 हजार 667 ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन दिया गया है। रायगढ़ जिला दूसरे नंबर पर है। यहां 1 लाख 95 हजार 983 कनेक्शन दिए गए हैं। वहीं जांजगीर चांपा जिले में 1 लाख 82 हजार 437 परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन दिया गया है और यह तीसरे स्थान पर है। जल जीवन मिशन के अंतर्गत छत्तीसगढ़ में प्रति व्यक्ति, प्रतिदिन 55 लीटर के हिसाब से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके लिए सभी जिलों में कार्ययोजना तैयार कर तेजी से काम किया जा रहा है। मिशन के तहत घरेलू नल कनेक्शन के अलावा स्कूल, उपस्वास्थ्य केंद्र और आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी रनिंग वाटर की व्यवस्था की जा रही है। छत्तीसगढ़ के 43 हजार 924 स्कूलों, 41 हजार 663 आंगनबाड़ी केन्द्रों और 17 हजार 319 ग्राम पंचायत भवनों और सामुदायिक उप स्वास्थ्य केन्द्रों में टेप नल के जरिए शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की व्यवस्था की गई है। जमीनी स्तर पर राज्य में सिंगल विलेज स्कीम और मल्टी विलेज स्कीम और अन्य पेयजल योजनाओं सहित जल जीवन मिशन के कार्यों की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है।
साय की अगुवाई में तेजी से बदले हालात

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री अरुण साव के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे जल जीवन मिशन के अंतर्गत राज्य में प्रति व्यक्ति, प्रतिदिन 55 लीटर के मान से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है, इसके लिए सभी जिलों में कार्ययोजना तैयार कर तेजी से कार्य किए जा रहे हैं। इस मिशन के तहत घरेलू नल कनेक्शन के अतिरिक्त स्कूल, उप-स्वास्थ्य केंद्र एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी रनिंग वाटर की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही साथ जमीनी स्तर पर राज्य में सिंगल विलेज स्कीम और मल्टी विलेज स्कीम सहित अन्य पेयजल योजनाओं सहित जल जीवन मिशन के कार्यों का क्रियान्वयन सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मो. केसर अब्दुलहक और जल जीवन मिशन संचालक डॉ. सर्वेश्वेर भूरे द्वारा लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। राज्य में जल जीवन मिशन का सबसे ज्यादा लाभ उन इलाकों को हुआ है, जहां के लोग पानी के लिए प्राकृतिक साधनों पर निर्भर रहते हैं। खासतौर पर बस्तर और सरगुजा के आंतरिक क्षेत्र के लोगों को पेयजल से लेकर निस्तारी तक की समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है। मुख्यमंत्री श्री साय ने इन इलाकों पर खासतौर पर ध्यान दिया है।
कहां कितने कनेक्शन
जिलानुसार देखें तो बिलासपुर में 1 लाख 78 हजार 664 घरों में नल के कनेक्शन दिए गए हैं। वहीं रायपुर में 1 लाख 78 हजार 161, बलौदाबाजार भाटापारा में 1 लाख 76 हजार 393, कवर्धा में 1 लाख 63 हजार 198 तो धमतरी में 1 लाख 52 हजार 233, बालोद में 01 लाख 49 हजार 510, बेमेतरा में 1 लाख 48 हजार कनेक्शन दिए गए हैं। इसी तरह मुंगेली जिले में 1 लाख 46 हजार 906, जशपुर में 1 लाख 43 हजार 454, बस्तर जिले में 1 लाख 41 हजार 925, कोरबा में 1 लाख 41 हजार 623, बलरामपुर में 1 लाख 39 हजार 229, राजनांदगांव में 1 लाख 38 हजार 788 घरों में जल जीवन मिशन के तहत नल के कनेक्शन पहुंचाए गए हैं।
इनके अलावा दुर्ग जिले की बात करें तो यहां 1 लाख 36 हजार 1, सक्ती में 1 लाख 32 हजार 5, गरियाबंद में 1 लाख 30 हजार 25, सरगुजा जिले 1 लाख 27 हजार 209, सांरगढ़ बिलाईगढ़ में 1 लाख 17 हजार 360, सूरजपुर में 1 लाख 14 हजार 619, कांकेर में 1 लाख 09 हजार 494, कोण्डागांव में 1 लाख 871, गौरेला पेंड्रा मरवाही में 66 हजार 209, खैरागढ़ छुईखदान गंडई में 61 हजार 703, मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले 60 हजार 117, सुकमा में 45 हजार 838, मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी में 45 हजार 460 तो वहीं दंतेवाड़ा जिले में 39 हजार 091 और कोरिया में 37 हजार 522, बीजापुर में 31 हजार 969 व नारायणपुर: 21 हजार 736 घरों में नल के कनेक्शन प्रदान किए गए हैं।