बिलासपुर। न्यायधानी बिलासपुर में पति-पत्नी ने एक साथ फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दोनों के शव रतनपुर थाना क्षेत्र स्थित सामुदायिक भवन में फंदे पर लटकते मिले। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो दीवार पर सुसाइड नोट मिला। फांसी लगाने से पहले आल्ता से बुनकर सेवा सहकारी समिति के अध्यक्ष का नाम लिखकर आत्महत्या के लिए उसे जिम्मेदार ठहराया। फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार रतनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम अकलतरी निवासी परशराम देवांगन अपनी पत्नी पार्वती देवांगन के साथ ग्राम लखराम स्थित देवांगन समाज के सामुदायिक भवन में रहकर बुनाई का काम कर रहा था। दोनों देवांगन समाज के सामुदायिक भवन में रहकर बुनकर सेवा सहकारी समिति का काम देखते थे। शनिवार की सुबह गांव वाले सामुदायिक भवन में गए तो दोनों की लाश सामुदायिक भवन में फांसी से लटकी मिली। गांव के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलने पर रतनपुर पुलिस सामुदायिक भवन पहुंची।
जिस भवन में दोनों ने आत्महत्या की उसकी दीवार पर सुसाइड नोट लिखा हुआ था। फांसी लगाने से पहले परशराम देवांगन ने आल्ता से अपनी और पत्नी की आत्महत्या का कारण लिखा। उसने बुनकर सेवा सहकारी समिति के अध्यक्ष सतीश देवांगन से तंग आकर आत्महत्या करने की बात लिखी। दीवार पर लिखे नोट के अनुसार पहले वह पत्नी के साथ टेलरिंग का काम करता था। सरकारी समिति के अध्यक्ष ने उसे अच्छा काम दिलाने के नाम पर बुला लिया। वह काम छोड़कर आया पर अब अध्यक्ष सतीश देवांगन उसे काम से हटा रहा है।
बुनकर सहकारी समिति का अध्यक्ष सतीश देवांगन मृतक परसराम देवांगन और उसकी पत्नी पार्वती देवांगन को धागा उपलब्ध करवाता था। इसके बाद दोनों बुनाई करते थे। पर कुछ समय से सतीश देवांगन के द्वारा ना तो उन्हें धागा उपलब्ध करवाया जा रहा था और ना ही पैसे दे रहा था। इसके कारण आर्थिक स्थिति खराब हो गई और तनाव के चलते पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और इस मामले की जांच शुरू कर दी है।