बालोद। छत्तीसगढ़ सरकार नक्सलियों के आत्मसमर्पण पर उन्हें कई योजनाओं का लाभ देती है। हाल के दिनों में बड़ी संख्या में नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है जिन्हें सरकार की पुनर्वास नीति के तहत लाभ दिया गया। इस बीच बालोद जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया। जिले के एसपी ऑफिस में एक नक्सली सरेंडर करने पहुंचा। पुलिस की जांच में वह फर्जी निकला। अब पुलिस ने उस युवक व उसके दो साथियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार बीजापुर के रहने वाले दो युवक मानपुर में एक अन्य दोस्त के साथ मिलकर प्लान बनाया। तीनों ने खुद को नक्सली बताकर पुलिस के सामने सरेंडर करने की योजना बनाई ताकि सरकार की पुनर्वास नीति के तहत मिलने वाले लाभ उन्हें मिल सके। इसके बाद एक युवक एसपी ऑफिस पहुंचा और खुद को मोहला मानपुर एरिया कमेटी माहवारी संगठन का सदस्य बताया। युवक ने कहा कि वह सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर सपर्पण कर रहा है और उसके दो साथी भी सरेंडर करना चाहते हैं।
पुलिस ने सरेंडर करने वाले युवक से पूछताछ शुरू की। रुटीन पूछताछ में युवक की बातों से पुलिस का शक हुआ। इसके बाद कड़ाई से पूछताछ करने पर युवक का झूठ सामने आ गया। युवक ने बताया कि सरकार की योजनाओं का लाभ लेने के लिए उसने अपने दो साथियों के साथ प्लान बनाया था। बालोद के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक जोशी ने बताया कि फर्जी नक्सली बनकर सरेंडर करने पहुंचे युवक व उसके दो साथियों को हिरासत में ले लिया गया है।
